रतलाम। नवरात्र मां की आराधना का प्रमुख पर्व है। इस समय प्रकृति में नवदुर्गा का सबसे अधिक वास रहता है। यही वह समय है, जब मां की आराधना कर मनचाहा वरदान प्राप्त किया जा सकता है। ज्योतिषी ओशोप्रिया के अनुसार विभिन्न राशि वाले व्यक्ति अपनी-अपनी सामर्थ के अनुसार नवरात्र में मां की आराधना इन मंत्र से कर सकते है।
नवरात्री में इन मंत्र को करने से न सिर्फ मनचाही इच्छा होती है, बल्कि इसके अलावा बहुत कुछ भी मिलता है। मां की मुर्ति की घटस्थापना करने के बाद पूर्व या उत्तर दिशा में जो सुविधा हो उस अनुसार बैठकर पूजन करना चाहिए। इसके बाद इन मंत्र को शुरू के 9 दिन एक माला व इसके बाद प्रतिदिन कम से कम 21 बार जन करना चाहिए।
ये है राशि अनुसार नवरात्र के मंत्र
मेष- ऐं क्लीं सौं मन्त्र से एक माला का नित्य नौ दिनों तक जाप करने लाभ मिलेगा।
वृष- ऐं क्लीं श्रीं मन्त्र से एक माला का नित्य जाप करने से घर में सुख व समृद्धि बनी रहेगी।
मिथुन- क्लीं ऐं सौं मन्त्र से एक माला नित्य जाप करने से सर्वबाधाओं से मुक्ति मिलती है।
कर्क- ऐं क्लीं श्रीं मन्त्र से एक माला नित्य जाप करने से कार्यो में सफलता मिलेगी।
सिंह- ह्रीं श्रीं सौं मन्त्र से एक माला रोज जाप करने से मनोकामनाओं की पूर्ति होगी।
कन्या- श्रीं ऐं सौं मन्त्र से नित्य दो माला जाप करने से आर्थिक स्थिति सुदृढ़ बनी रहेगी।
तुला- ह्रीं क्लीं श्रीं मन्त्र से प्रतिदिन एक माला का जाप करने से धन में वृद्धि होगी।
वृश्चिक- ऐं क्लीं सौं मन्त्र से रोज एक माला जाप करने से घर में मांगलिक कार्य सम्पन्न होंगे।
धनु- ह्रीं क्लीं सौं मन्त्र से नित्य नौ दिनों तक एक माला जाप करने से परिवार की प्रगति होगी।
मकर- क्लीं ह्रीं श्रीं सौं मन्त्र से प्रतिदिन दो माला जाप करने से सम्बन्धों में मधुरता आयेगी एंव धन में वृद्धि होगी।
कुम्भ- ह्रीं ऐं क्लीं श्रीं मन्त्र से नित्य एक माला जाप करने से सन्तान का सुख मिलेगा व रूके हुये कार्य सम्पन्न होंगे।
मीन- ह्रीं क्लीं सौं मन्त्र से प्रतिदिन नौं दिनों तक एक माला जाप करने से मॉ भगवती प्रसन्न होकर सदा सहायक बनी रहती है।