शहर में जहां कम मतदान हुआ है व जहां मतदान अधिक हुआ है, उनके चुनाव नतीजों पर दोनों दल के प्रत्याशियों की खास नजर है। जहां कम मतदान हुआ है, वहां दोनों दल थोड़े चिंतित है, हालांकि दोनों का मानना है कि कम मतदान दूसरे पक्ष के लिए नुकसान देने वाला साबित होगा, जबकि अधिक मतदान से दोनों प्रमुख दल खुश है व इसको अपने समर्थन में मान रहे है। हालांकि शहर में दोनों प्रमुख दल के प्रत्याशी एक – एक बूथ पर हुए मतदान का हिसाब – किताब मतदान के बाद तीन दिन तक अपने समर्थकों के साथ लगाते रहे है। इसमें ही दोनों दल के समर्थकों ने कुछ बूथ पर कम व अधिक मतदान को लेकर हिसाब – किताब बनाया है। इसके अलावा कम मतदान वाले मतदान केंद्र को प्रशासन ने भी जानकारी अपने स्तर पर ली है। इनमें बूथ नंबर 105 मे मात्र 43.24 प्रतिशत मतदान हुआ है। ये वो मतदान केंद्र है जहां वर्ष 2018 के चुनाव में कांग्रेस को मात्र एक वोट से पराजय मिली थी। तब भाजपा को 121 व कांग्रेस को 120 वोट मिले थे, जबकि 82 प्रतिशत से अधिक मतदान वाले बूथ में दो बूथ ऐसे है जहां 90 प्रतिशत से भी अधिक मतदान हुआ है।
बूथ नंबर मतदान 22 83.77 प्रतिशत 23 83.63 प्रतिशत 25 83.13 प्रतिशत 27 84.40 प्रतिशत 29 82.29 प्रतिशत 32 90.21 प्रतिशत 33 82.21 प्रतिशत 34 86.69 प्रतिशत
36 82.96 प्रतिशत 37 89.47 प्रतिशत बूथ नंबर मतदान 47 82.69 प्रतिशत 66 82.21 प्रतिशत 68 87.35 प्रतिशत 72 82.04 प्रतिशत 85 85.51 प्रतिशत 89 84.75 प्रतिशत
109 82.01 प्रतिशत 110 83.17 प्रतिशत 114 82.65 प्रतिशत 117 90.37 प्रतिशत 70 प्रतिशत से कम मतदान यहां हुआ बूथ नंबर मतदान केंद्र 50 – 55.46 प्रतिशत
51 – 61.27 प्रतिशत 59 – 68.13 प्रतिशत 76 – 64.52 प्रतिशत 84 – 66.67 प्रतिशत 101 – 61.78 प्रतिशत 105 – 43.24 प्रतिशत 112 – 65.42 प्रतिशत