25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रंगों की उमंग का पर्व : राजस्थानी परंपरा के साथ रंग तेरस की शुरुआत, जमकर उड़ा रंग गुलाल

-रंगों की उमंग का पर्व-कुमावत समाज नेे मनाया रंग तेरस-समाज ने राजस्थान की परंपरा का किया पालन-घर आंगन और मोहल्ले रंगों से सराबोर

less than 1 minute read
Google source verification
News

रंगों की उमंग का पर्व : राजस्थानी परंपरा के साथ रंग तेरस की शुरुआत, जमकर उड़ा रंग गुलाल

रतलाम. मध्य प्रदेश के रतलाम में बुधवार को उत्सव की परंपरा के पालन में कुमावत समाज ने सिलावटों का वास में दो दिवसीय पर्व की शुरुआत हुई। बुधवार को पहले दौर में रंग तेरस पर्व सांस्कृतिक उल्लास और सदभावना के साथ मनाया। आयोजन में बच्चे, बूढ़े और जवान महिलाएं, युवतियां आदि सभी ने रंगों से खेलते हुए सौहार्दपूर्ण वातावरण में एक दूसरे को रंग लगाया है। हालांकि, कुमावत समाज द्वारा होली, धुलेंडी और रंग पंचमी भी मनाई जाती है किंतु राजस्थानी संस्कृति में कुमावत समाज के लिए रंग तेरस का भी खासा महत्व है।

रंग तेरस पर समाज के पदाधिकारी और वरिष्ठजन उन परिवारों में गए, जहां पिछले एक साल में निधन हुआ, वहां पर परिजनों को रंग डालकर उत्सव की गेर में शामिल किया गया। रंगों से खेलने वाले गेर के रूप में निकले। हालांकि कुमावत समाज का पुरा मोहल्ला है, जिसे सिलावटों का वास कहते हैं। वहां पर रंग तेरस की खुमारी दोपहर 12 बजे बाद से छाई हुई थी बच्चे सुबह से रंग लेकर घूम रहे थे। रंग खेलने के लिए पानी के ड्रम मकानों के आगे भरे हुए थे। दोपहर बाद रंग खेलने की उमंग शुरू हुई।

यह भी पढ़ें- राज्यसभा सचिवालय में पर्सनल असिस्टेंट समेत कई पदों पर भर्ती, इस तरह करना होगा आवेदन

दूसरे दौर में होगा चंटिये का खेल

पहले दिन के उत्सव के दूसरे दौर में बुधवार रात को समाज के मंदिर के सामने ढोल की थाप पर युवाओं द्वारा चंटिये खेले जाएंगे। प्रसाद स्वरूप सेंव का वितरण भी किया जाएगा।

यह भी पढ़ें- कोरोना वॉरियर्स की गुहार : संकट की घड़ी में काम कराया, स्थाई रोजगार तो दूर छात्रवृत्ति तक नहीं दे रहे

खाट पर शव लादकर कई किमी पैदल चलीं महिलाएं, देखें वीडियो