दूसरी तरफ थोक उपभोक्ता दुकानों से राशन प्राप्त करने वाले उपभोक्ताओं को परेशानी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। वहीं किसानों के भी कई कार्य अटके हुए है। प्रदेश की सहकारी (पेक्स) समितियों के कर्मचारी संयुक्त प्रांतीय संगठन के आव्हान पर हड़ताल पर है। 16 दिन विधायक सभागृह के बाद अब कालिका माता मंदिर में संयुक्त रूप से हड़ताल पर बैठ गए है।
मांग समान वेतनमान
कर्मचारियों ने मंदिर परिसर में नारेबाजी करते हुए कहा कि आगामी दिनों में महापंचायत की बात चल रही है। संगठन के जिला इकाई अध्यक्ष कनीराम चौधरी ने बताया कि हमारी पहली मांग समान वेतनमान है। इसके अलावा 2019 सेवा नियम लागू हुआ था, कमेटी भी गठित की गई है, लेकिन आज तक लागू नहीं किया है। मध्यप्रदेश के 55 हजार कर्मचारियों को केवल आश्वासन ही दिया जा रहा है। हम शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं में दिन-रात जुटे रहते हैं तो हमारी मांगों पर भी शासन को ध्यान देना चाहिए।
हड़ताल में शामिल थे
इस दौरान हड़ताल में गणेश पाटीदार, कपिल तिवारी, राजेंद्रसिंह गौड़, सरकारसिंह गेहलोत, दिलीप भबाई, राजेंद्रकुमार पटेल, पवन त्रिवेदी, भंवरलाल चौधरी, निलेश राठौर, दिक्षांत शार्मा, संजय राठौर, राजेंद्रसिंह राठौर, राधेश्याम धाकड़, बबलूसिंह, श्रवणसिंह, नारायण सिंह आंजना, मनोज कुमार, विनोद कटारा, राजेश कुमावत, मुकेश पाटीदार, संतोष, चंद्रशेखर शर्मा, महेश परमार, यादवलाल व्यास, नरेंद्रसिंह, अनोखीलाल पाटीदार, रितेश निरंजन पाटीदार, शरद पुरोहित आदि शामिल थे।
राशन उपभोक्ता परेशान
राशन दुकानें बंद होने से पिछले महिने का करीब 40 हजार उपभोक्ताओं को राशन नहीं बंटा, सितम्बर माह शुरू हो चुका है। इस माह भी अगर लगातार हड़ताल चलती है तो जिन लोगों को राशन पर जीवन गुजर बसर होता उनके लिए परेशानी खड़ी हो सकती है।