
संभाग में बढ़ रहा बिजली वितरण के मामले में असंतोष
रतलाम. बिजली कंपनी दावा करती है कि वो पूरे साल रखरखाव करती है। इसके बाद भी संभाग में बिजली के वितरण के मामले में शिकायत करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। हालात ये है कि जिस रतलाम को महानगर बनाने की बात कहकर औद्योगिक निवेश की योजना शहर विधायक चेतन्य काश्यप बना रहे है उसी शहर में आए दिन अघोषित बिजली काटी जा रही है। इससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
रतलाम सहित संभाग के सभी सात जिलों में बिजली वितरण की व्यवस्था से परेशान होकर अब उपभोक्ता सीएम हेल्पलाइन की शरण में जा रहे है। हालांकि बिजली कंपनी दावा कर रही है कि उसने इस अव्यवस्था में सुधार के लिए पूरे प्रयास किए है, इससे रेटिंग में सुधार हुआ है, लेकिन धरातल पर आमजन परेशान ही है।
भारी - भरकम वेतन, फिर भी कमजोर हालात
जिलों के अधीक्षण अभियंता से लेकर महाप्रबंधक स्तर के अधिकारियों को भारी - भरकम वेतन मिलता है, इसके बाद भी उपभोक्ताओं की नाराजगी वितरण के मामले में बनी हुई है। शहर के डोंगरे नगर, कस्तुरबा नगर, शक्तिनगर में तो सबसे अधिक शिकायत हर सप्ताह में दो से तीन बार आ रही है। इसके अलावा छत्रीपुल क्षेत्र में तो कभी सुबह तो कभी शाम को बिजली काटी जा रही है। ऐसे में रहवासियों को गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
एक माह की फैक्ट फाइल
जिला आई हुई शिकायत
रतलाम 722उज्जैन 1570
मंदसौर 982नीमच 351
देवास 920शाजापुर 680
आगर 485बगैर बोले काट रहे बिजली
पहले बिजली काटते थे तो सूचना जारी होती थी। अब बगैर बताए कभी सुबह तो कभी शाम को बिजली काटी जा रही है।
- हार्दिका मेहता, रहवासी, छत्रीपुल
समीक्षा एवं समाधान के प्रयास
सीएम हेल्प लाइन पर आने वाली शिकायतों के समाधान के लिए उच्च स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। शिकायतों की समीक्षा एवं त्वरित समाधान के लिए प्रयास करते है। शिकायत होने पर हेल्पलाइन नंबर 1912 या उर्जस एप की मदद ली जा सकती है।
- अमित तोमर, निदेशक, मप्रपक्षेविविक, इंदौर
Published on:
27 Sept 2022 05:59 pm
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