Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

वसूली में मशक्कत: 66 करोड़ की वसूली के लिए बहाना होगा पसीना

वसूली में मशक्कत: 66 करोड़ की वसूली के लिए बहाना होगा पसीना

2 min read
Google source verification
वसूली में मशक्कत: 66 करोड़ की वसूली के लिए बहाना होगा पसीना

वसूली में मशक्कत: 66 करोड़ की वसूली के लिए बहाना होगा पसीना

रतलाम। इस बार सरकार द्वारा गाइड लाइन में 20 प्रतिशत छूट देने से जिला पंजीयक विभाग को शासन द्वारा दिए गए लक्ष्य की पूर्ति के लिए पसीना बहना पड़ रहा है। हाल यह कि बीते आठ माह में जिला पंजीयक विभाग ने अभी 57 प्रतिशत वसूली की है। उन्हें चार माह में 43 प्रतिशत वसली करना है।
रतलाम जिला पंजीयक विभाग को वर्ष २०१९-२० के लिए सरकार ने 152 करोड़ का लक्ष्य प्रदान किया था। इसके चलते बीते आठ माह में पंजीयक विभाग को नवंबर माह की समाप्ति तक 86 करोड़ रुपए की आय प्राप्त हुई है। जो गत वर्ष के इस माह तक वसूले गए राजस्व के मुकाबले पौने पांच करोड़ रुपए (5.86 प्रतिशत)अधिक है। गत वर्ष नवंबर माह तक विभाग ने 81.19 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त किया था।

स्टाम्प शुल्क में आई कमी
गत वर्ष के मुकाबले इस वर्ष स्टाम्प शुल्क में कमी आई है। वहीं पंजीयन शुल्क बढ़ा। पंजीयक विभाग ने गत वर्ष स्टाम्प शुल्क से ७३.१९ करोड़ व पंजीयन शुल्क से ८ करोड़ का राजस्व वसूला था। इस वर्ष नवंबर माह तक पंजीयक विभाग ने स्टाम्प शुल्क से ७०.८२ करोड़ वसूले हैं। जो गत वर्ष के मुकाबले करीब तीन करोड़ कम है। इधर विभाग को पंजीयन शुल्क में गत वर्ष के मुकाबले 7 करोड़ अधिक मिले हैं। इस वर्ष पंजीयन शुल्क से विभाग को 15.13 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है।

बकाया वसूली के प्रयास जारी
गाइड लाइन में 20 प्रतिशत की छूट देने से गत वर्ष के मुकाबले इस वर्ष स्टाम्प शुल्क से आय में कमी हुई है। इसको लेकर जिला पंजीयक ने बैठक ली है। लक्ष्य प्राप्ति के लिए बकाया आरआरसी वसूली पर ध्यान देने को कहा है। नवंबर माह में बकाया आरआरसी के तहत 30 लाख वसूले है। इसके साथ ही लक्ष्य पूर्ति के प्रयास करने को कहा है।

आरसी मालवीय, उप पंजीयक, रतलाम तहसील ।