सूर्य ग्रहण 2020 : ज्योतिषियों ने कहा बढ़ेगा औद्योगिक निवेश, दूर होगी बैरोजगारी
अक्सर लोग कहते है कि देश व दुनिया में भूंकप सहित अन्य प्राकृतिक आपदा को लेकर भारतीय ज्योतिष को देखकर ज्योतिषी कुछ सतर्क क्यों नहीं करते है। आगामी 21 जून को बड़ा सूर्य ग्रहण होने वाला है, इसके बाद देश व दुनिया में आने वाले प्राकृतिक बदलाव व भूकंप को लेकर ज्योतिषियों ने वेबीनार का आयोजन किया। ज्योतिषियों ने बताया कि देश में बैरोजगारी कम होगी व औद्योगिक निवेश बढेग़ा।
रतलाम. अक्सर लोग कहते है कि देश व दुनिया में भूंकप सहित अन्य प्राकृतिक आपदा को लेकर भारतीय ज्योतिष को देखकर ज्योतिषी कुछ सतर्क क्यों नहीं करते है। आगामी 21 जून को बड़ा सूर्य ग्रहण होने वाला है, इसके बाद देश व दुनिया में आने वाले प्राकृतिक बदलाव व भूकंप को लेकर ज्योतिषियों ने वेबीनार का आयोजन किया। इसमे रतलाम के ज्योतिषी भी शामिल हुए। वेबीनार में हुई 21 जून के सूर्य ग्रहण प्रभाव पर चर्चा हुई व रतलाम सहित देशभर के ज्योतिषियों ने मंथन करते हुए सूर्य ग्रहण के बाद प्रकृति में आने वाले बदलाव को लेकर सतर्क किया है। इन सब के बीच ज्योतिषियों ने बताया कि देश में बैरोजगारी कम होगी व औद्योगिक निवेश बढेग़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णय देश हित में ले जाकर विश्व पटल पर भारत का गौरव बढ़ता रहेगा।
इस दिन से बदलेगा आपके शहर में वेदर, होगी झमाझम बारिशवेबीनार का आयोजन किया देश एक तरफ कोरोना के संकट से लड़ रहा है दूसरी तरफ कभी टिड्डी तो कभी प्राकृतिक आपदाएं आ रही है। २१ जून को होने वाला सूर्य ग्रहण देश व दुनिया में कई प्रकार के बदलाव लाएगा। सूर्य ग्रहण से होने वाले प्रभाव को लेकर शहर के ज्योतिषी अभिषेक जोशी ने देश के माने हुए ज्योतिषियों के साथ वेबीनार का आयोजन किया। इसमे ज्योतिषियों ने मंथन करके सार निकाला गृहण से प्राकृतिक आपदाएं बढेग़ी, लेकिन भारत महाशक्ति के रुप में उभरेगा। सितंबर में कोरोना से मुक्ति मिलने की दिशा में बड़ा कार्य होगा।
मानसून में बदलाव के साथ बारिश की चेतावनीप्राकृतिक रूप से संघर्ष का ज्योतिषी रमेश भोजराज द्विवेदी ने कहा शनि का स्वयं की राशि मकर तथा कुंभ में भ्रमण काल सन 2025 तक आर्थिक और प्राकृतिक रूप से संघर्ष का रहेगा। हरिद्वार के रमेश सेमवाल ने कहा धर्म की तरफ जो जाएगा, वो सफल रहेगा। जयपुर से डॉक्टर रवि शर्मा ने कहा कि महामारी व टिड्डी दल के आक्रमण की भविष्यवाणी पंचांग में पहले ही दी जा चुकी है। संवत वर्षेश के साथ ग्रहों के अनुसार प्रभावों की शर्मा ने व्याख्या की। जयपुर की ज्योतिषी शालीनी सालेचा ने अंक गणित के आधार पर 2020 को राहु का वर्ष निरूपित करते हुए महामारी उसके कारण जनपीडा पर अपने विचार व्यक्त किए।
देखें VIDEO : मध्यप्रदेश में आया निसर्ग तुफान, अब अगले 24 घंटे रहे सावधानसूर्य ग्रहण के बाद आएंगे बदलाव नक्षत्र लोक ज्योति विज्ञान शोध संस्थान के रतलाम के अभिषेक जोशी ने कहा इस माह 18 जून से 15 अगस्त तक का समय भारत के लिए विशेष सावधानी का रहेगा। इस दौरान सूर्य ग्रहण के बाद भारी बारिश, जलजमाव, दुर्घटनाएं, आमजन में क्रोध व सत्ता से नाराजी, अपराध बढऩा, दुर्घटना में सामूहिक मौत, भूकंप, सीमा पर तनाव होगा। इसके अलावा राजस्थान के जयपुर, जोधपुर, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा आएगी। इतना ही नहीं, मध्यप्रदेश में सत्ता को परेशानी का सामना सूर्य ग्रहण के बाद करना होगा, हालांकि यह परेशानी स्थायी नहीं रहेगी। ज्योतिषी गणना के आधार पर आगामी 18 जून २०२० से 15 अगस्त 2020 तक का समय भारत के लिए विशेष सावधानी का रहेगा। इस समयावधि में किसी प्रकार के धार्मिक उन्माद की स्थिति बनेगी साथ ही निम्न वर्गों द्वारा चोरी लूटपाट की घटनाओं में वृद्धि होगी, किंतु प्रशासनिक तत्परता से शीघ्र ही इन पर नियंत्रण भी होगा। स्वतंत्र भारत के वर्षफल की धनु लग्न की कुंडली के आधार पर भारत में औद्योगिक निवेश में वृद्धि होने से बेरोजगारी में कमी आएगी, यद्यपि आर्थिक उठापटक चलेगी, लेकिन भारत अपने आपको इसमें संभाल लेगा। आगामी आषाढ़ मास से लेकर माघ मास तक का समय प्राकृतिक आपदा का रहेगा। इन सब के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णय देश हित में ले जाकर विश्व पटल पर भारत का गौरव बढ़ता रहेगा।
मानसून के पहले ही शुरू हो जाएगी भारी बारीशसितंबर के बाद आएगी कमी जैमिनी ज्योतिष के ज्ञाता राकेश सोनी ने कहा सितंबर बाद कोरोना से जनसामान्य को राहत मिलेगी। नक्षत्र नाड़ीका के संपादक विनायक पुलह ने बताया पीएम नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण काल को भय मुहूर्त में लेने के कारण उनका कार्यकाल संघर्ष में निरूपित किया तथा बताया पीएम मोदी को एक के बाद दूसरे अनपेक्षित संघर्षों का सामना करना पड़ेगा। ज्योतिषी शुभेष शर्मन ने बताया वर्षेश बुध का आद्र्रा नक्षत्र में प्रवेश होने के साथ ही जनता का घर से बाहर निकलना आरंभ हो गया।