
बाजार चौक पर किए गए अतिक्रमण को अतिक्रमणकारियों ने रविवार शाम तक हटाने की बात कही है।
रतलाम । कटनी में हवाला कांड का खुलासा कर चर्चा में आए रतलाम के एसपी गौरव तिवारी एक बार फिर एक्शन मोड हैं। टीआई ने एक युवक को झूठे केस में फंसाने की धमकी क्या दी, शिकायत मिलते ही उन्होंने टीआई के खिलाफ कार्रवाई का चाबुक चला दिया। दो अन्य पुलिसकर्मियों को भी कार्रवाई की जद में लिया गया है। एसपी गौरव तिवारी ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ मिली गंभीर शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई की है। इसमें जावरा टीआई को लाइन अटैच कर दिया, जबकि धामनौद चौकी प्रभारी और रतलाम के औद्योगिक थाने के प्रधान आरक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि जनसुनवाई में शिकायत मिली कि धामनौद पुलिस चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर महेश शुक्ला ने शिकायतकर्ता प्रकाश पाटीदार का मोबाइल फोन जबरन लेकर सीएम हेल्पलाइन की शिकायत पर संतुष्ट होने की जानकारी दर्ज करा दी, जबकि प्रभारी ने शिकायतकर्ता की शिकायत का निवारण नहीं किया। जनसुनवाई के दौरान वायरलेस सेट पर ही शिकायत की तस्दीक करने के बाद तिवारी ने तत्काल चौकी प्रभारी के निलंबन के आदेश जारी कर दिए। टीआई अभिनव शुक्ला के स्थान पर बालाघाट से स्थानांतरित होकर आए प्रमोद साहू को जावरा शहर थाने का टीआई बनाया गया है।
इधर हेड कांस्टेबल ने मांगे एक हजार रुपए
जनसुनवाई में ही औद्योगिक क्षेत्र थाने के हेड कांस्टेबल जगदीश सिंघाड़़ के खिलाफ मिली शिकायत में बताया गया कि बरवड़ की महिला ऊषाबाई और उसके पति के बीच विवाद चल रहा है। इसी विवाद के चलते पति उसके छोटे बच्चे को लेकर चला गया। महिला ने पुलिस से मदद मांगी कि उसका बच्चा दिलाया जाए। हेड कांस्टेबल सिंघाड़ ने महिला से मदद करने के बदले एक हजार रुपए की मांग कर डाली। पीडि़त महिला ने इसकी शिकायत एसपी तिवारी से की तो उन्होंने सिंघाड़ को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
टीआई ने दी एनडीपीएस एक्ट में फंसाने की धमकी
जावरा शहर थाने के टीआई अभिनव शुक्ला के खिलाफ शिकायत मिली कि एक विवाद उन्होंने युवक को धमकी दी कि उसे एनडीपीएस एक्ट के मामले में फंसा देंगे। इसकी शपथपत्र पर शिकायत मिलने के बाद टीआई को लाइन अटैच करने के आदेश जारी कर दिए। अभी थाने का प्रभार देने के आदेश जारी नहीं हुए हैं।
ये है चौकी प्रभारी और हेड कांस्टेबल का खेल
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत करने वाले शिकायकर्ता की शिकायता का निराकरण करने की बजाय धामनोद पुलिस चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर महेश शुक्ला ने शिकायतकर्ता का जबरन मोबाइल फोन लेकर सीएम हेल्पलाइन पर उसकी तरफ से बोल दिया कि वह शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं चाहता है और जो कार्रवाई हुई है उससे संतुष्ट है। पुलिस के सब इंस्पेक्टर के डर से उस समय तो फरियादी ने कुछ नहीं कहा लेकिन मंगलवार को पुलिस अधीक्षक के सामने जनसुनवाई में जा पहुंचा और सारी कहानी बता दी। एसपी ने चौकी प्रभारी से इस पर वहीं से वायरलेस सेट से जवाब-तलब किया और फरियादी की बात सही पाई जाने पर उसे तत्काल निलंबित करने के आदेश दे दिए।
बोरदा का है फरियादी
जनसुनवाई में आया शिकायतकर्ता धामनोद चौकी के अंतर्गत गांव बोरदा का रहने वाला प्रकाश पाटीदार है। उसनेने पुलिस चौकी धामनोद को लेकर सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की थी। इस शिकायत का निराकरण चौकी प्रभारी शुक्ला को करना था। शुक्ला ने पहले टालमटोल की। बताया जाता है कि सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों में शिकायकर्ता जब तक संतुष्ट नहीं हो जाता है शिकायत खत्म नहीं होती है। इसी बात को लेकर धामनोद चौकी प्रभारी एसआई शुक्ला ने शिकायतकर्ता प्रकाश पाटीदार को बुलाकर उसका मोबाइल फोन लिया और उससे सीएम हेल्पलाइन पर फोन लगाकर बता दिया कि वह शिकायत पर हुई कार्रवाई से संतुष्ट है जबकि शिकायतकर्ता का कहना था कि कोई कार्रवाई हुई ही नहीं तो संतुष्ट कैसे हो सकते हैं।
केवल एफआईआर दर्ज करके बता दिया संतुष्ट
धामनोद के प्रभारी शुक्ला ने बोरदा निवासी प्रकाश पाटीदार को पहले तो टालमटोल किया। बाद में सीएम हेल्प लाइन पर हुई शिकायत पर सोमवार की रात को उसकी तरफ से उसके साथ धोखाधड़ी करने वाले चिंतामण पिता चतुर्भुज मकवाना निवासी धार रोड इंदौर के खिलाफ सैलाना पुलिस थाने में ४२० और आईटी एक्ट में प्रकरण दर्ज किया। चिंतामण ने राशि लेने के बाद भी वाहन नहीं देकर धोखाधड़ी की थी। इसकी सीएम हेल्प लाइन में शिकायत की तो चौकी प्रभारी ने उसका मोबाइल फोन लेकर सीएम हेल्पलाइन पर प्रकाश की तरफ से बता दिया कि वह संतुष्ट है। एसपी को इस बात की शिकायत हुई तो उन्होंने इसकी पड़ताल करके चौकी प्रभारी महेश शुक्ला को सस्पेंड कर दिया। एसपी ने बताया कि फरियादी की रिपोर्ट पर कोई रिकवरी नहीं हुई और उसे संतुष्ट करने की बात कही जबकि फरियादी का मोबाइल फोन भी चौकी प्रभारी ने जब्त कर लिया जो गलत था।
सुनवाई में ही औद्योगिक क्षेत्र थाने के हेड कांस्टेबल जगदीश सिंघाड़़ को लेकर भी एक गंभीर शिकायत पहुंची थी। बरवड़ की महिला उषाबाई और उसके पति के बीच विवाद चल रहा है। इसी विवाद के चलते पति उसके छोटे बच्चे को लेकर चला गया। महिला ने पुलिस से मदद मांगी कि उसका बच्चा दिलाया जाए। हेड कांस्टेबल सिंघाड़ ने महिला की मदद करने के बदले एक हजार रुपए की मांग कर डाली। पीडि़त महिला ने मंगलवार को जनसुवनाई में एसपी तिवारी को अपनी कहानी बता दी। इस पर एसपी ने हेड कांस्टेबल जगदीश सिंघाड़ को भी निलंबित कर दिया।
Published on:
26 Jul 2019 12:58 am
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