प्रत्यक्षदर्शी मृतक की भाभी अनिता पति राधेश्याम परिहार ने बताया कि दोपहर करीब दो बजे की बात है। वह कुएं के पास वाले घर पर थी। उनकी सास सीताबाई और जेठानी कैलाश बाई पति गोविंद तीनों घर पर लहसन साफ कर रहे थे। इसी दौरान उनका देवर बसंती (25) पिता वरदीचंद परमार रोड पर था। श्यामलाल मालवीय के परिवार ने बाबा रामदेव मंदिर के खेत पर सड़क किनारे धार्मिक आस्था का चबूतरा बना रखा है। वह पूजा करने आए थे। इस दौरान देवर को वहां से हटने के लिए कहा वह शराब के नशे मे था। इस बात पर विवाद हो गया। देवर ने मूर्ति को पकड़ा तो वह टूट गई। इसके बाद श्यामलाल मालवीय, चुन्नीलाल, अनोखीलाल और कल्ला सहित अन्य ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। वह भागता हुआ गांव की तरफ भाग वहां भी उसके पीछे भागते हुए मारपीट कर रहे थे। इसके बाद वह शासकीय स्कूल के पीछे खेत की तरफ भागा। वहां भी उसका पीछा किया इस दौरान रास्ते में कुआं आ गया। उसने कहा कि तैरना नहीं आता है। उसे छोड़ दो वरना कुए में कूद जाएगा। इस पर इन लोगों ने मारपीट जारी रखी।, जान बचाने के लिए वह कुए में कूदा और डूब गया। जब तक पति व अन्य को बुलाकर तलाश की, वह डूब चुका था। इन लोगों ने ही देवर की हत्या की है। मृतक तीन भाइयों में सबसे छोटा था। जिसकी शादी नहीं हुई है। उससे बड़े भाई गोविंद और राधेश्याम है। बेटे की मौत पर पिता का हाल बेहाल था।