18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पुलिस से सेटिंग, होटल वालों से जुगाड़, जहां चाहो वहां मिलेगी लड़की, स्टिंग ऑपरेशन

छोटे-छोटे शहरों से लेकर कस्बों तक फैला नेटवर्क..नशे की लत लगाकर लड़कियों से कराया जा रहा गंदा काम

3 min read
Google source verification
sting_operation.jpg

आशीष पाठक
रतलाम. देह व्यापार का धंधा अब ऑनलाइन हो चला है। छोटे शहरों और कस्बों तक भी दलालों की पहुंच है। उनका दावा है कि पुलिस और कुछ होटल वालों से उनकी सेटिंग है। किसी भी शहर में लड़की भेज देंगे। कही जांच-पड़ताल नहीं होगी। पत्रिका टीम ने रतलाम में स्टिंग किया तो चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं। पत्रिका रिपोर्टर के स्टिंग से इस बात का खुलासा हुआ है कि लड़कियों को नशे की लत लगाकर इस धंधे में धकेला जा रहा है। दलाल बेधड़क कहते हैं कि पूरे राज्य में जहां चाहिए, लड़की या महिला मिल जाएगी। हर शहर में होटल से लेकर अन्य इंतजाम दलालों के जिम्मे है। पुलिस अधिकारियों को कार्रवाई के लिए शिकायत का इंतजार है।

STING OPERATION: जहां चाहो वहां मिलेगी लड़की
सोशल साइड के जरिए तेजी से फैल रहे देह व्यापार के नेटवर्क की जांच करने के लिए पत्रिका रतलाम के रिपोर्टर आशीष पाठक ने स्टिंग ऑपरेशन किया। उन्होंने खुद ही ग्राहक बनकर सोशल साइट से देह व्यापार करने वाली वेब लिंक के जरिए पहले व्हाट्सऐप और फिर ऑडियो कॉल पर दलाल से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने दलाल को भरोसा दिलाने के लिए उसके बताए खाते में करीब 6 हजार रुपए भी ट्रांसफर किए जिससे दलाल को उनकी बातों पर भरोसा हो जाए। इसके बाद देह व्यापार का जो सच निकलकर सामने आया वो हैरान कर देने वाला था।

पैसे ट्रांसफर करने के बाद 7 लड़कियों के फोटो भेजे
दलाल ने साफ लफ्जों में कहा कि आप जिस शहर में कहेंगे व कॉलेज गर्ल या फिर विवाहित महिला उपलब्ध करा दी जाएगी। पुलिस के डर के सवाल पर उसने बेधड़क पुलिस व होटल वालों से सेटिंग होने की भी बात कही। उसने कहा कि इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन और रतलाम सब जगह उनकी पुलिस से सेटिंग है। 25 फीसदी पेमेंट एडवांस लेने के बाद इंदौर से कहीं भी लड़की को भेज देते हैं। स्टिंग ऑपरेशन के दौरान जैसे ही रिपोर्टर ने दलाल को पैसे ट्रांसफर किए तो उसने व्हाट्सएप पर सात लड़कियों के फोटोग्राफ भेज दिए। इतना ही नहीं उसने बार-बार इस बात का भरोसा दिलाया कि पुलिस की चिंता मत करना, सब अपने लोग हैं।

कॉलगर्ल मिलने आई तो उससे हुई ये हुई बातचीत..

रिपोर्टर: कितनी पढ़ाई की, कोई दूसरा काम क्यों नहीं करती।
लड़की: अभी पढ़ रही हूं, ये भी तो काम ही है।
रिपोर्टर: परिवार में कौन है।
लड़की: क्या करोगे जानकर, जॉब देने वाले हो, जो इंटरव्यू ले रहे हो।
रिपोर्टर: बताया तो कि बात करने का शौक है।
लड़की: हंसते हुए, अच्छा, सिगरेट है तो दो।
रिपोर्टर: कैसे आई इस काम में।
लड़की: ड्रग्स की आदत हो गई। एक सहेली के साथ पार्टी में गई थी, बस तब से लत है।
रिपोर्टर: अच्छा ड्रग्स में क्या लेते हो।
लड़की: क्यों तुमको भी लेना है क्या। कभी गांजा, कभी चरस...है क्या।
रिपोर्टर: नहीं है, हम नहीं लेते, लेकिन ये मिलता कैसे है, मतलब, इस काम के बदले मिलता है या ड्रग्स के लिए अलग जाना होता है।
लड़की: सब मिलता है...बस जेब में दम होना चाहिए।
रिपोर्टर: सिर्फ लड़की ग्रुप में, लड़का चाहिए तो किसी को।
लड़की: हंसते हुए....जरूरत सब करा देती है। लड़के भी हैं।
रिपोर्टर: अच्छा अगली बार सीधे संपर्क करना हो तो नंबर दे दो, दलाल की क्या जरूरत।
लड़की: नंबर देने की इजाजत नहीं है। अच्छी लगी तो अगली बार कोड वर्ड कहना मीनू चाहिए।

(जैसा कि होटल में आई लड़की ने रिपोर्टर से बातचीत में कहा...)