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बाल संप्रेक्षण गृह से भागे पांच किशोर में से तीन खुद लौट आए

 देर रात करीब तीन बजे तीन किशोर लौट आने पर पुलिस और संप्रेक्षण विभाग को थोड़ी राहत मिली है, लेकिन अभी भी संप्रेक्षण गृह से भागे दो किशोर ने उनकी चिंता को कम नहीं किया है।

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vikram ahirwar

Nov 27, 2016

Ratlam News

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रतलाम। शहर के बिरियाखेड़ी स्थित बाल संप्रेक्षण गृह से शुक्रवार देर शाम सुरक्षा व्यवस्था को चकमा देकर भागे पांच किशोर ने पुलिस और सुरक्षा जवानों के बड़ी परेशानी खड़ी कर दी है। देर रात करीब तीन बजे तीन किशोर लौट आने पर पुलिस और संप्रेक्षण विभाग को थोड़ी राहत मिली है, लेकिन अभी भी संप्रेक्षण गृह से भागे दो किशोर ने उनकी चिंता को कम नहीं किया है। पुलिस ने देर रात को ही फरार किशोरों के घर पर दबिश देकर उनकी तलाश की, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल पाया है।

सीएसपी विवेक सिंह चौहान ने बताया कि शुक्रवार की शाम करीब 7.40 बजे बिरियाखेड़ी स्थित बालसंप्रेक्षण गृह के के अंदर के चौक की रोशनदान की जाली को निकालकर पांच किशोरी निकलकर छत के रास्ते पेड़ के सहारे भाग निकले थे। पुलिस ने आसपास के जिले नीमच और मंदसौर को भी अलर्ट कर दिया था, लेकिन देर रात तक कुछ पता नहीं चला था। इसी दौरान एक किशोर का फोन चौकीदार कैलाश शर्मा के मोबाइल पर आया। उन्होंने स्वयं को जावरा में होना बताया। पुलिस ने समझाइश कर उन्हें लौट आने के लिए कहा। इसके बाद तीनों स्थानीय पुलिस की सहायता से रतलाम रात तीन बजे करीब पहुंचे। उनका कहना है कि दो किशोर रतलाम से ही उनसे अलग हो गए थे। वे रेलवे स्टेशन से ट्रेन में बैठकर जावरा पहुंच गए थे। उन्हें कुछ समझ नहीं आया कि कहां जाए और उन्हें डर भी लगा। उनके पास चौकीदार के मोबाइल नंबर थे, उसे फोन कर सूचित किया।

पांचों पर मामले

बाल संप्रेक्षण गृह में 20 किशोर विधि विरूद्ध निगरानी में सुधार के लिए है। इनमें से संप्रेक्षण गृह से भागे किशोर में एक रतलाम सुभाष नगर निवासी 17 वर्षीय किशोर जानलेवा हमले में आठ दिन पहले बंद हुआ है। जिस पर पूर्व में भी चाकूबाजी के मामले है। वहीं दूसरा रतलाम निवासी 16 वर्षीय किशोर भी जानलेवा हमले में आठ दिन पहले बंद हुआ है। जबकि बजरंग नगर निासी 17 वर्षीय किशोर मारपीट, गाली-गलोज व धमकाने में शुक्रवार को ही संप्रेक्षण गृह में आया था। जबकि मंदसौर नई आबादी निवासी 17 वर्षीय किशोर पर करी आठ प्रकरण मारपीट, जानलेवा हमले और चोरी में दर्ज है। वहीं मंदसौर निवासी 16 वर्षीय किशोर पर चोरी के प्रकरण दर्ज है।

इन पर कई आरोप

चौकीदार व सुरक्षा गार्ड से बातचीत करने पर सामने आया कि यह बच्चे तो बड़ो के भी बाप है। उनका कहना था कि 17 वर्षीय किशोरी जिसने जावरा फाटक पर एक युवक के चाकू मारकर घायल किया था। वह सप्ताहभर से गंभीर हालत में इंदौर अस्पताल में भर्ती है। इतना ही नहीं है। यह सभी आम आदमी से भी लंबे और तंदुरूस्त है। इस विधि विरूद्ध किशोर ने जब से बाल संपे्रक्षण में कदम रखा है, हंगामा कर रखा है। सुरक्षाकर्मी होमगार्ड सैनिक प्रभु खराड़ी के साथ भी अभद्रता और हाथापाई की थी। जिसकी शिकायत उच्चाधिकारी को दी गई थी। लगातार आए दिन गाली-गलोज और अन्य को परेशान करने की शिकायत पर उसे इंदौर बाल संप्रेक्षण भेजने के शुक्रवार को आदेश आ गए थे। इस बात का उन्हें पता चला और भागने की योजना बनाई है।

यहां रही लापरवाही

वर्ष 2012 में इसी प्रकार चौक के रोशनदान की जाली को निकालकर तीन किशोर फरार हुए थे। उसके बाद भी इस घटना पर ठीक प्रकार से अमल नहीं किया। सीसीटीवी फुटेज में चौकीदार व बालक टीवी रूम में देखते दिख रहे है। लेकिन वहां से उठकर गए पांच बालक अन्य स्थान पर नहीं दिख रहे है। जहां जाली से निकले वहां सीसीटीवी का कवरेज नहीं था। जाली से निकलते हुए सीसीटीवी में नहीं दिखे। दोनों चौकीदार एक साथ बाहर निकलकर मुख्य गेट पर ताला जड़कर बतियाते रहे। काफी देर तक बालाकों ने मशक्कत की होगी। उसके बाद ही वह वहां से निकल पाए होंगे, लेकिन एक बार भी अंदर का राउंड नही लगाया। किशोरों के पास मोबाइल कहां से आया और उनके पास चौकीदार के ही नंबर कैसे थे। यह भी जांच का विषय है।

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