
19 साल बाद वैलेंटाइन-डे व वसंत पंचमी साथ-साथ
रतलाम. करीब 19 साल बाद आने वाले बुधवार को वसंत पंचमी व वैलेंटाइन-डे साथ-साथ आ रहे हैं। इसके पहले दोनों पर्व 2005 में एक साथ आए थे।उस समय वसंत पंचमी 13 फरवरी की थी। इस वर्ष वसंत पंचमी विभिन्न योग में मनेगी। अबूझ मुहूर्त में शहनाई भी बजेगी। वैलेंटाइ-डे पर दोस्ती को प्रगाढ़ बनाएंगे।
ज्योतिष रवि जैन के अनुसार इस वर्ष वसंत पंचमी बुधादित्य लक्ष्मीनारायण स्नेहयोग के साथ ही गज केसरी योग में मनेगी। शहर को सुव्यवस्थित ढंग से विकसित करने की नींव राजा रतनसिंह ने अबूझ मुहूर्त बसंत पंचमी के दिन थावरिया बाजार में रखी थी। इस साल वसंत पंचमी पर मकर राशि में सूर्य- बुध ग्रह से बुधादित्य, बुध -शुक्र ग्रह से लक्ष्मीनारायण व शुक्र -मंगल ग्रह के योग स्नेह योग बन रहा है। इसके साथ ही वसंत पंचमी पर सुबह 10.43 बजे बाद से चंद्र ग्रह का मेष राशि स्थित गुरु ग्रह के साथ होने से गज केसरी योग भी बनेगा। इन योगों में ज्ञान की देवी सरस्वती की पूजा करने से विद्यार्थियों को ज्ञान प्राप्ति में मन लगेगा। वसंत पंचमी को अबूझ मुहूर्त माना गया है,इस दिन शादी के लिए किसी प्रकार के मुहूर्त देखने की आवश्यकता नही होती है।
सामूहिक विवाह का रहेगा जोर
वसंत पंचमी पर समाजों में सामूहिक विवाह का जोर रहेगा। इस मौके पर समाजजन फिजूल खर्ची को रोकने व गरीब परिवार के बच्चों की शादी कम खर्च पर हो जाए। इस उद्देश्य को लेकर ये आयोजन बड़ी संख्या में होते हैं।
फरवरी माह १८ दिन विवाह होंगे
फरवरी माह में 18 दिन विवाह के योग बन रहे हैं। पंडित विकास दशोत्तर ने बताया कि इस माह में चार, छह, 7, 8 , 12,१३ १४, १७,१८,१९, २३ से २७,२९ फरवरी को विवाह के मुहूर्त रहेेंगे।
वैलेन्टाइन-डे पर दोस्ती को बनाए प्रगाढ
दोस्ती और प्रेम के लिए कोई भाषा, जाति, आयु अथवा किसी देश की सीमाओं का बंधन नहीं होता है आज के कम्प्यूटर युग में फेसबुक का उपयोग बच्चे से लेकर बूढे तक कर रहे हैं। दोस्ती के लिए कोई रिश्ता रुकावट नहीं डालता है चाहे बहू अपनी सास को और ससूर अपनी बहू को फेसबुक पर फेंस रिक्वेस्ट भेज कर एक दूसरे के फेस बन जाते हैं। इसलिए कहते है कि दोस्ती में बंधन नहीं होता है हर साल 14 फरवरी को वैलेन्टाइन डे के रूप में मनाने की परम्परा भारत में भी शुरू हो गई है ।
राशि के अनुसार दे उपहार
मेष और वृश्चिक- लाल गुलाब, लाल गोमेद जडा हार ,चूड़ी या अंगूठी, लाल रंग की चूडियां , सुनहरी अथवा लाल रंग की ड्रेस।
वृषभ और तुला- हीरे जडि़त ज्वैलरी, हीरे की अंगूठी, लाल सफेद रंगयुक्त फूल का गुलदस्ता, क्रीम कलर की साड़ी, चांदी की चेन अथवा अंगूठी, पायल।
मिथुन और कन्या-पन्ना जडि़त ज्वेलरी, हरे रंग की चूडिय़ां व लाल हरे रंग की साड़ी, लाल रंग के फूलों का गुलदस्ता।
कर्क- सफेद मोती का हार,अंगूठी, लाल और क्रीम रंग के वस्त्र, सफेद फूल में लालरंग का फूल लगा गुलदस्ता।
सिंह- हरे और लाल रंग की चूडिय़ां, लाल हरे रंग की मिश्रित रंग की साड़ी, माणकयुक्त अंगूठी और लाल गुलाब का फूल।
धनु और मीन- पीले रंग के गुलाब का गुलदस्ता, सोने की चेन, अंगूठी, सोने की पायल, पीला व लाल रंग युक्त साड़ी या अन्य परिधान।
मकर और कुंभ- पीले रंग का गुलाब या पीले रंग का अन्य फूलों से बना गुलदस्ता, नीलमयुक्त अंगूठी, हारसेट, नीले अथवा ब्लेक रंग की साडी/परिधान ।
Published on:
04 Feb 2024 11:58 pm
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