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फाल्गुन में पर्वों की बयार, मनाएंगे महाशिवरात्रि व होली का त्योहार

भगवान के उत्सव ही युवा पीढ़ी में भक्ति जाग्रत कर सकते हैंफोटो-आरटी२५६१- भगवान शिव पार्वती के विवाह का सजीव चित्रण।

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भगवान शिव पार्वती के विवाह का सजीव चित्रण।

रतलाम. हम जीवन में मंगल उत्सव मनाते हैं। वैसे हमें भगवान की कथा में भी उत्सव मनाना चाहिए। इन उत्सवों को युवा पीढ़ी देखती है। उनके मन में भक्ति जाग्रत होती है।

यह बात पंडित सुरेशकृष्ण शर्मा ने कही। वे अलकापुरी सी कॉलोनी में मनकामनेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन कथा का वाचन कर रहे थे। इस मौके पर भगवान शिव और पार्वती का विवाह उत्सव मनाया गया। सभी भक्तों ने नाच गाकर भगवान के विवाह का आनंद लिया। इसमें कुशलसिंह पंवार व मानकुंवर पंवार सहित उपस्थितजनों ने आरती का लाभ लिया।

एकाग्र मन से किए अनुष्ठान विशेष फल देते हैं

जीवन में मन की नहीं मानना चाहिए। मन को अपने अनुसार चलाना चाहिए। मन को एकाग्र करने के लिए संतों का संग, गंगा स्नान,भगवान की पूजा-आराधना व कथा श्रवण करना जरूरी है। एकाग्र मन से किए अनुष्ठान विशेष फल देते हैं। यह बात ब्रह्मऋषि हेमन्त कश्यप ने कही। वे मोतीनगर स्थित पावागढ़ धाम में देवी भागवत कथा के तीसरे दिन की कथा का रसपान करा रहे थे। उन्होंने कहा देवी आराधना के लिए एकाग्रता व सावधानी बहुत जरूरी है। इसमें मंजूलता सोनी, वर्षा सोनी, सिद्धि सोनी, राहुल सोनी, कपिल वर्मा, नन्दराम पांचाल ,कपिल वर्मा, लक्ष्मण सोनी आदि ने आरती व पोथी पूजा का लाभ लिया।

भोले की भक्ति के साथ, होली व फाग की मस्ती, उड़ेंगे फूल व गुलाल
फाल्गुन मास की शुरुआत रविवार से हो रही है। धार्मिक दृष्टिकोण से इस माह को शुभ माना जाता है। इस माह में भगवान शिव, कृष्ण और चंद्र देव की पूजा-आराधना की जाती है। इस माह में प्रकृति भी अपने चारों ओर सुंदरता बिखेरती नजर आती है। इसके चलते लोग भोले की भक्ति के साथ फूल व गुलाल के साथ फाग उत्सव का आनंद लेंगे। इस माह होली व महाशिवरात्रि जैसे प्रमुख त्योहार की धूम रहेगी। शनिवार को माघ पूर्णिमा के दिन होली के डांडे का रोपण हो गया है।

पुजारी विकास दशोत्तर ने बताया कि फाल्गुन मास की प्रतिपदा तिथि शनिवार शाम 5. 59 बजे शुरू होगी, जो 25 फरवरी को रात 8.35 बजे तक रहेगी। इस बार शिवरात्रि का पर्व फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी 8 मार्च शुक्रवार को मनाया जाएगा। इसके चलते शिव मंदिरों में भक्तों की कतार लगेगी। शिव के भजनों ने नगर का माहौल शिवमय हो जाएगा। इस दिन भगवान शिव का मां पार्वती से विवाह हुआ था। इस दिन लोग भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह महाशिवरात्रि के रूप में मनाते हैं। इस मौके पर शिव मंदिरों में भोले बाबा का पूजन अभिषेक, श्रंगार होगा। इसके साथ ही भगवान भोलेनाथ पालकी में विराजित होकर शहर का भ्रमण करेंगे।

जगह-जगह जलेगी होलिका, उड़ेगा रंग-गुलाल

फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को 25 मार्च सोमवार को होली मनाई जाएगी। चौराहों पर होली का दहन होगा। इसके बाद लोग एक दूसरे के गले मिलकर रंग-गुलाल लगाकर पर्व की खुशी बांटेंगे। रंग पंचमी तक खूब रंग-गुलाल बरसेगा।

इस माह के प्रमुख त्योहार

25 फरवरी- फाल्गुन मास प्रारंभ

28 फरवरी - संकष्टी चतुर्थी

1 मार्च - यशोदा जंयती

3 मार्च - भानु सप्तमी, शबरी जंयती, कालाष्टमी

6 मार्च - विजया एकादशी

8 मार्च - महाशिवरात्रि एवं प्रदोष व्रत

10 मार्च- फाल्गुन अमावस्या

12 मार्च - फुलैरा दूज

13 मार्च - विनायक चतुर्थी

20 मार्च- आमलकी एकादशी

24 मार्च - होलिका दहन

25 मार्च - होली, फाल्गुन पूर्णिमा