मित्र निवासी रोड स्थित हजरत ख्वाजा खुदा सैयद दादाजी (शहीद) की दरगाह शरीफ परिसर में दो दिवसीय सालाना उर्स के दूसरे दिन कव्वाली प्रोग्राम (महफिल-ए-सिमां) हुआ। इंटरनेशनल कव्वाल रईस अनीस साबरी ने कई शानदार कलाम पेश किया। रात नौ बजे से शुरू हुआ प्रोगाम रात करीब साढ़े तीन बजे तक चलता रहा।
शानदान कव्वाली की प्रस्तुति
कव्वाल रईस अनीस साबरी ने जब यह कलाम..जमी से आए है, चलकर जमी पर देख लेते है, चलो हम भी बुलंदी से उतरकर देख लेते है, जो मुझसे रोज कहते थे कि तुम पर जान दे देते है, चलो उन दोस्तों को आजमा कर देख लेते है… पेश किया तो श्रोता झूम उठे। श्रोता उनके कलामों पर वाह-वाह कर दाद देते रहे। कव्वाली प्रोग्राम व उर्स में शहर के अलावा आसपास के गांवों व नगरों से बड़ी संख्या में कलाम सुनने के लिए श्रोता व श्रद्धालु पहुंचे थे।उनसे पहले पगड़ी बंद कव्वाल जावेद सरफराज चिश्ती एंड पार्टी ने भी कलाम पेश कर खूब दाद बटौरी। स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए उर्स कमेटी सदर मंसूर अली पटौदी ने कहा कि ऐसे आयोजन आपसी सौहार्द को बढ़ावा देते है। उर्स में सभी वर्गों के लोगों ने शिरकत कर एकता की मिसाल पेश की है।
ये रहे उपस्थित
प्रारंभ में उपाध्यक्ष मनसब अली, सचिव सैयद साजिद अली शेरानी, सहसचिव दीपक नागौरी, कोषाध्यक्ष खुर्शीद आलम, अफजल हुसैन शाह, प्रचार मंत्री मुनव्वर चिश्ती आदि ने अतिथि नगर निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा, शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, शहर काजी एहमद अली, कांग्रेस नेता मुबारिक खान का स्वागत किया।इस अवसर पर दुर्वेश जमा अल्ला वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष व गद्दी नशीन सैयद वाजिद अली शैरानी, पार्षद वहीद शेरानी, वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ के मंडल अध्यक्ष मोहम्मद रफीक मंसूरी, ब्रांच उपाध्यक्ष चांद खान, एडवोकेट सुनील पारीख, कांग्रेस के संगठन मंत्री मांगीलाल जैन, सैयद राजा अली, सैयद अशरफ शैरानी आदि भी उपस्थित थे।