
Parenting Tips : बच्चों को कैसे सिखाएं रिश्तो के मायने
बच्चे को अगर रिश्ते के बारे में 5 साल के बाद से समझाना शुरू कर दें।
अगर वह कुछ बातें न माने तो उसे तर्कसंगत ढंग से समझाएं।
रिश्तों के महत्व को बताएं, जो आगे चलकर उसकी व्यस्त जीवनशैली में टॉनिक का काम करेगा।
माता-पिता को जब भी समय मिले रिश्तेदारों के पास बच्चे को ले जाएं, वहां के तौर-तरीके उसको सिखाएं।
माता-पिता खुद ही बच्चे के सामने रिश्तों का मजाक न उड़ाएं। बल्कि उनके प्रति सम्मान प्रकट करें क्योंकि बच्चे बातों से कम उदाहरणों से अधिक सीखते हैं।
उन्हें ऐसे संबोधनों और शब्दों का ज्ञान करवाएं, जिनसे रिश्ते बनते और बिगड़ते हैं।
बच्चा अगर किसी रिश्ते का मजाक उड़ाता है तो आप उसमें सहभागी न बनें, बल्कि उसके दुष्परिणामों के बारे में बताएं।
अपने परिवार की पंरपरा और संस्कार की जानकारी भी बचपन से दें। बड़े होने पर बच्चा खुद नहीं सीख सकेगा।
उसे धैर्यवान बनने के लिए प्रेरित करें, जो उसके आगे आने वाली जीवनशैली और रिश्तों को मधुर बनाने में कारगर होगी। ये कुछ 8 बातें जिनका ख्याल रख अब बच्चों को रिश्ते की अहमियत समझा सकते हैं।
Published on:
06 Sept 2021 05:38 pm
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