
Honey Trap
Honey Trap: आजकल सोशल मीडिया और ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स पर दोस्ती और रिश्ते बनाना आम बात हो गई है। लोग बिना मिले ही एक-दूसरे पर भरोसा कर लेते हैं, लेकिन इसी भरोसे का गलत फायदा उठाने वाले भी कम नहीं हैं। हाल ही में कर्नाटक में कई बड़े अधिकारी और नेता हनी ट्रैप का शिकार बने, जिससे यह मुद्दा फिर से चर्चा में आ गया है।
अगर आप भी ऑनलाइन किसी से बात कर रहें हैं तो आज से ही सावधान हो जाएं, क्योंकि यह मीठी-मीठी बातें कब ब्लैकमेलिंग में बदल जाएं पता भी नहीं चलेगा। आइए जानते हैं, आखिरकार क्या हैं हनी ट्रैप और कैसे इससे बचा जा सकता हैं।
हनी ट्रैप एक जासूसी तकनीक है, जिसमें किसी व्यक्ति को फंसाने के लिए सुन्दर महिला या पुरुष का इस्तेमाल किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य किसी भी व्यक्ति के बारे में अंदर की जानकारी निकालना या उसे किसी खास काम के लिए मजबूर करना होता है।
आमतौर पर इसमें खूबसूरत और चालाक लोगों को शामिल किया जाता है, जो मीठी बातों और आकर्षण के जाल में टार्गेट शख्स को उलझा लेते हैं। जब वह पूरी तरह भरोसा कर लेता है तो उससे निजी तस्वीरें, वीडियो या संवेदनशील जानकारी हासिल कर ली जाती है। इसके बाद ब्लैकमेलिंग करना शुरू कर देते है या नहीं तो पैसों की मांग करते है। यह एक खतरनाक और अनैतिक तरीका है। इससे बचना आज के डिजिटल समय में बेहद जरूरी हो गया है।
1.फर्जी प्रोफाइल बनाकर दोस्ती करना- ठग सोशल मीडिया या डेटिंग ऐप्स पर खूबसूरत तस्वीरों के साथ नकली अकाउंट बनाते हैं और आपको फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं।
2. धीरे-धीरे विश्वास जीतना- वे आपकी पसंद-नापसंद पर बात करेंगे। आपकी पोस्ट्स लाइक करते हैं और ऐसा दिखाते हैं कि वे आपको बहुत पसंद करते हैं। ये सब करके वो आपके मन में विस्वास पैदा कर सकते हैं।
3. इमोशनली जोड़ना - ऐसे लोग आपके कुछ चीजों को देखकर आपके मन और आपके कमजोरी को पकड़कर आपको फसांने की पूरी कोशिश करते है। प्यार, भरोसा और देखभाल का नाटक कर वे आपको इस कदर इमोशनल कर देते हैं कि आप उनकी हर बात मानने लगते हैं।
4. निजी जानकारी और फोटोज मांगना - प्यार में पड़े लोग अक्सर कुछ न कुछ गलतियां कर बैठते है। झांसे ने फसाने वाले लोग आपको पूरी तरह अपने जाल में फंसा लेते हैं तो वे आपकी पर्सनल तस्वीरें, वीडियो या गोपनीय जानकारी मांगने लगते हैं।
हनी ट्रैप का शिकार कोई भी हो सकता है। बिजनेसमैन, उच्च पदों पर काम करने वाले लोग और सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहने वाले युवा इसके सबसे बड़े शिकार होते हैं। अगर आप भावनाओं में बह जाने वाले लोगों में से हैं तो आज से ही सावधान हो जाएं। अजनबियों पर जल्दी भरोसा कर लेते हैं या सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी शेयर करते हैं तो आपको इस जाल में फंसने का खतरा ज्यादा हो सकता है।
सरकारी कर्मचारी, बड़े पदों पर बैठे लोग और ऑनलाइन रिश्ते में फसें लोग इस हनी ट्रैप का सबसे बड़ा निशाना होते हैं। अपराधी उनसे गोपनीय जानकारी हासिल करने के लिए इस तरह के जाल बिछाते हैं, कि उन्हें भनक तक नहीं लगने देते।
जो लोग ऑनलाइन रिश्तों में होते हैं, उन्हें भी सतर्क रहना चाहिए। कई बार प्यार के नाम पर ठगी करने वाले लोग ही बाद में ब्लैकमेलर बन जाते हैं। प्यार करना अच्छी बात होती हैं लेकिन प्यार में बेवकूफ बन जाना आपके लिए जानलेवा बन सकता हैं।
सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी सीमित रखें - प्रोफाइल प्राइवेट रखें और अनजान लोगों को ज्यादा डिटेल्स न दें।
इमोशनल न बने- ऑनलाइन दोस्ती और रिश्तों में बहुत जल्दी भरोसा करना आज के समय में बहुत बड़ी भूल हैं, इसलिए जब भी कोई आपके प्यार से बात करे तो सावधान रहें।
अजनबियों से वीडियो कॉल या चैटिंग में सावधानी बरतें- कोई भी ऐसा कंटेंट शेयर न करें, जिसका गलत इस्तेमाल हो सकता है।
संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें- कई बार अपराधी मैसेज या ईमेल के जरिए फेक लिंक भेजते हैं, जिनसे आपका डाटा चुराया जा सकता है।
ब्लैकमेलिंग का शिकार होने पर तुरंत कार्रवाई करें- डरकर झुकने के बजाय पुलिस या साइबर सेल से संपर्क करें।
Updated on:
23 Mar 2025 02:54 pm
Published on:
23 Mar 2025 02:05 pm
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