रिश्तों में रखें प्रेम और विश्वास कोई भी व्यक्ति हमेशा सबका प्रिय नहीं रह सकता, लेकिन ऐसा करने के लिए व्यक्ति को छल-कपट का सहारा नहीं लेना चाहिए। झूठ और छल से बनाएं गए रिश्तें ज्यादा दिन तक नहीं टिकते हैं। ऐसे रिश्तों की जल्दी ही कलई खुल जाती है। ऐसे में आपके रिश्ते तो खराब होते ही हैं साथ ही आपको अपमान का सामना भी करना पड़ सकता है। जो रिश्ते प्रेम और विश्वास की नींव पर बने होते हैं वही लम्बे चलते हैं।
विनम्रता बनाएं रखें चाणक्य नीति के अनुसार जिस व्यक्ति की वाणी मधुर और व्यव्हार में विनम्रता रहती है, वह सबका प्रिय होता है। मधुर वाणी कठोर से कठेर हृदय को भी परिवर्तित करने की ताकत रखती है, इसलिए अपनी वाणी को हमेशा मधुर और व्यव्हार को सदैव विनम्र बनाकर रखना चाहिए।
अहम को न आने दे अहंकार वो अवगुण है, जिसके कारण मजबूत से मजबूत संबंधो में भी दरार पड़ने में समय नहीं लगता है। इसी के चलते कई बार रिश्ते खराब होने लगते हैं। चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को कभी भी अहंकार को इतना बड़ा नहीं होने देना चाहिए कि यह आपके रिश्तों के आड़े आने लगे और उसे तबाह आकर दे।
बनाएं रखें रिश्तों की गरिमा किसी भी रिश्ते की गरिमा तभी तक होती है, जब एक दूसरे के प्रति मान-सम्मान होता है। रिश्तों की गरिमा बनाएं रखना बहुत ज़रूरी होता है, इसलिए कभी भी क्रोध में आकर दूसरे को नीचा दिखाने की कोशिश में उसके मान को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए। जो व्यक्ति अहंकार को त्यागकर सभी का सम्मान करता है, ऐसे व्यक्ति को समय आने पर हर व्यक्ति का सहयोग प्राप्त होता है।