ये एक पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। ग्रहण का दृश्य क्षेत्र दक्षिणी-पश्चिमी यूरोप, उत्तरी अमेरिका के अधिकांश हिस्सों, दक्षिणी-पश्चिमी एशिया, प्रशांत महासागर, हिंद महासागर, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक और अंटार्कटिका रहेगा। ग्रहण वाले दिन बुद्ध पूर्णिमा भी पड़ रही है। चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण लगने से ठीक 9 घंटे पहले ही शुरू हो जाता है।
चंद्र ग्रहण के दौरान इन मंत्रों का करें जाप (Chandra Grahan Mantra)
भगवान विष्णु मंत्र:ऊं नमो भगवते वासुदेवाय
भगवान शिव के मंत्र:
-ऊं तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्रः प्रचोदयात
-ॐ हौं जूं स: ॐ भूर्भुव: स्व: ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्व: भुव: भू: ॐ स: जूं हौं ॐ !!
-ॐ नमः शिवाय
शत्रुओं से मुक्ति के लिए:
ॐ ह्लीं बगलामुखी देव्यै सर्व दुष्टानाम वाचं मुखं पदम् स्तम्भय जिह्वाम कीलय-कीलय बुद्धिम विनाशाय ह्लीं ॐ नम:
लक्ष्मी प्राप्ति के लिए तांत्रिक मंत्र:
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं ॐ स्वाहा:
नौकरी-व्यापार बढ़ाने के लिए:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद-प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:
चंद्रग्रहण मंत्र गर्भवती स्त्रियों के लिए:
ऊं क्लीं देवकीसुत गोविंद वासुदेव जगत्पते
देहि मे तनयं कृष्णं त्वामहं शरणं गतः क्लीं ऊं
-ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः।
-ॐ सों सोमाय नमः
-ॐ चं चंद्रमस्यै नम:
-ॐ ऐं क्लीं सौमाय नामाय नमः।
-ॐ शीतांशु, विभांशु अमृतांशु नम:
दो शुभ योगों में लगेगा साल का पहला चंद्र ग्रहण, जानें किन राशियों की किस्मत का खुलेगा ताला!
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। patrika.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।)