Kartik Snan Ke Niyam: कार्तिक स्नान के नियम
Kartik Snan Ke Niyam: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक महीने में भगवान विष्णु अपने मत्स्य रूप में जल में रहते हैं। ऐसे में अगर आप कार्तिक के महीने में सूर्योदय से पहले उठकर किसी पवित्र नदी में स्नान करते हैं तो शुभ फल मिलते हैं। मान्यता है कि इससे जीवन में सुख समृद्धि आती है।
सूर्योदय से पहले उठकर स्नान पूजन से स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां भी दूर होती हैं। मान्यता है कि ऐसा करने वाले भक्त के सारे पाप दूर हो जाते हैं और मृत्यु के बाद उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। लेकिन कार्तिक स्नान के नियमों को मानना जरूरी है। आइये जानते हैं कार्तिक स्नान के नियम …
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1. कार्तिक स्नान पूजा का संपूर्ण फल पाने के लिए भक्त को सूर्योदय से पहले स्नान करना चाहिए।
2. स्नान करते समय गायत्री मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए।
3. स्नान के बाद तुलसी को जल देकर परिक्रमा करना चाहिए और शाम के समय आपको तुलसी के समक्ष घी का दीपक जलाना है। हालांकि रविवार और एकादशी को तुलसी को जल चढ़ाना वर्जित है।
4. कार्तिक महीने में स्नान और व्रत करने वाले लोगों को राई, खटाई और मादक वस्तुओं से दूर रहना चाहिए।
5. कार्तिक स्नान का पालन करने वाले लोगों को मांसाहारी भोजन, बासी या फिर जूठा भोजन भी नहीं ग्रहण करना चाहिए।
Updated on:
24 Oct 2024 03:20 pm
Published on:
20 Oct 2024 01:13 pm
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