भोपालPublished: Jul 28, 2020 01:15:53 am
दीपेश तिवारी
जन्म कुंडली में मंगल ग्रह प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम और द्वादश भाव में बैठा हो तो कुंडली में मांगलिक दोष...
देवों के सेनापति मंगल को पराक्रम का कारक माना जाता है। एक ओर जहां मंगल क्रूर ग्रह माना गया है, वहीं इसके खराब होने पर जीवन में कई तरह की परेशानियां भी उत्पन्न हो जाती हैं। मंगल के संबंध में सबसे अधिक परेशानी वाली बात है, विवाह न होना... पंडित सुनील शर्मा के अनुसार मंगल दोष के कारण लोगों के विवाह में कठिनाई आती है।