ग्रहों के विशेष संयोग का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव: ज्योतिष विद्वानों के अनुसार स्वतंत्र भारत की कुंडली के दशम भाव में बृहस्पति, सूर्य और बुध की युति होने के कारण देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। इस दौरान कुछ बड़ी नीतियों पर कार्य होने की भी संभावना बनेगी। इन नीतियों पर सरकार विशेष जोर देगी। इससे अर्थव्यवस्था में सुधार होने की संभावना है। इन नीतियों का प्रचार-प्रसार भी व्यापक रूप से होगा। किसी विशेष क्षेत्र में आर्थिक पैकेज मिलने की बात भी चल सकती है। शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा खर्च होने के आसार बन रहे हैं। जनता के फायदे की कुछ विशेष योजना बन सकती है।
स्वास्थ्य: कुंभ राशि में सूर्य, गुरु और बुध ग्रह की उपस्थिति से लोगों के स्वास्थ्य में सुधार देखने को मिलेगा। हालांकि मार्च महीने के अंत में शुक्र ग्रह के कुंभ राशि में प्रवेश करने के समय कुछ स्वास्थ्य समस्याएं सामने आ सकती हैं। लेकिन ये समस्याएं ज्यादा गंभीर नहीं होंगी।
राजनीति: ग्रहों के इस विशेष संयोग के प्रभाव से केंद्र सरकार को मजबूती मिल सकती है। इस अवधि में न्यायपालिका द्वारा कुछ जरूरी आदेश पारित किए जा सकते हैं जो राजनीतिक तौर पर काफी प्रभावी साबित होंगे। सरकार द्वारा कुछ बड़े कार्य किए जाएंगे में जिससे जनता सरकार की तरफ आकर्षित होगी। विदेशी पटल पर भारत की साख बढ़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं। भारत की भूमिका विश्व के अन्य देशों के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगी। पति का भाग्य चमकाने वाली मानी जाती हैं इन नाम की लड़कियां, ये होते हैं गुण