भोपालPublished: Mar 18, 2023 01:55:55 pm
Pravin Pandey
रवि प्रदोष व्रत की महिमा (Ravi Pradosh Vrat 2023) निराली है। वैसे तो प्रदोष व्रत भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित है। हर पक्ष में पड़ने वाली त्रयोदशी के दिन जो भी व्यक्ति व्रत रखकर प्रदोषकाल में विधि विधान से पूजा करता है, भगवान शिव और माता पार्वती उसका कल्याण करते हैं। उसके घर में सुख समृद्धि आती है। चैत्र कृष्ण पक्ष की यह त्रयोदशी रविवार को पड़ रही है इसलिए इसे रवि प्रदोष भी कहते हैं। रविवार भगवान सूर्य की पूजा का भी दिन है, इसलिए इस दिन भगवान शिव माता पार्वती के साथ सूर्य देव की भी उपासना की जाती है, जिसके कारण सुखी जीवन, लंबी आयु और रोगों से छुटकारा मिलता है। लेकिन इस दिन यह काम नहीं करना चाहिए वर्ना देवता रूष्ट हो सकते हैं (pradosh vrat ke din kya nahi khana chahie)।