
why marraige is not allowed in navratri
शारदीय नवरात्रि 2020 की शुरुआत 17 अक्टूबर से हो चुकी है। यह पर्व देशभर में अक्बटूर तक मनाया जाएगा, वहीं देवी विसर्जन 26 अक्टूबर को होगा। सनातन धर्म में पितृ पक्ष यानि श्राद्ध पक्षों में किसी भी शुभ कार्य की मनाही के बाद नवरात्रि के इन दिनों में जहां मां के 9 रूपों की पूजा- अर्चना की जाती है, वहीं नवरात्रि के दिनों में शुभ कार्य करने का भी विधान है।
नवरात्रि के दौरान भूमि पूजन, गृह प्रवेश जैसे कई शुभ कार्यों को किया जा सकता है। लेकिन, आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि नवरात्रि के दिनों में जहां लगभग सभी तरह के शुभ कार्य किए जाते हैं, वहीं इस दौरान विवाह वर्जित माने गए हैं। ऐसे में ये सवाल उठना स्वाभाविक ही है कि जब नवरात्रि के पवित्र दिनों में सभी तरह के शुभ कार्य किए जाते हैं तो आखिर विवाह को लेकर मनाही क्यों! जबकि विवाह को भी शुभ कार्य माना जाता है। आपके इन्हीं सवालों को लेकर आज हम आपको बता रहे हैं, कि ऐसे क्या कारण है जिनके चलते इस दौरान विवाह को वर्जित माना जाता है...
दरअसल पंडितों व जानकारों के अनुसार नवरात्रि के पावन दिनों में मां की पूजा- अर्चना की जाती है और शारीरिक और मानसिक शुद्धता के लिए व्रत भी रखे जाते हैं। वहीं शादी का मुख्य उद्देश्य संतति के द्वारा वंश को आगे चलाना माना गया है और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि के दौरान स्त्री के साथ संबंध बनाना उचित नहीं माना गया है, इस दौरान तो ब्रह्मचर्य के पालना के नियम हैं। इसके साथ ही नवरात्रि के दिनों में पवित्रता का बहुत अधिक महत्व होता है, इस वजह से नवरात्रि के दौरान विवाह नहीं किए जा सकते हैं।
इस संबंध में पंडित सुनील शर्मा का कहना है कि नवरात्रि को पवित्रता और देवी की आराधना का पर्व माना जाता है। वहीं इन नौ दिनों में हम देवी के 9 स्वरूपों की पूजा करते हैं और इस दौरान शारीरिक और मानसिक शुद्धता के लिए व्रत रखे जाते हैं। ऐसे में इन दिनों कपड़े धोने, शेविंग करने, बाल कटाने की मनाही के साथ ही पलंग या खाट पर भी नहीं सोने के नियम हैं।
वहीं अगर विष्णु पुराण की मानें तो नवरात्र में व्रत करते समय बार-बार पानी पीने, दिन में सोने, तम्बाकू चबाने और स्त्री के साथ संबंध बनाने से व्रत खंडित हो जाता है। जी हां, इसी के साथ बात करें विवाह की तो विवाह जैसे आयोजन का उद्देश्य संतति के द्वारा वंश को आगे चलाना माना गया है, इसलिए इन दिनों विवाह नहीं करना चाहिए।
नवरात्र के ये भी हैं नियम : Rule of navratri
: नवरात्रि के पावन दिनों में सात्विक भोजन करें। मांस- मदिरा का सेवन करने से परहेज करें। नवरात्रि के 9 दिनों में मां के 9 रूपों की पूजा का विधान है। नवरात्रि के दिनों में ब्रह्मचर्य का पालन करें।
: शराब, तंबाकू का सेवन न करें: नवरात्रि के पावन दिनों में शराब, तंबाकू का सेवन नहीं करना चाहिए।
: वहीं विष्णु पुराण के अनुसार नवरात्रि के दौरान व्रती को दिन में सोना नहीं चाहिए। दिन में सोने से व्रत का फल नहीं मिलता है। नवरात्रि पर मां की पूजा- अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
Published on:
19 Oct 2020 11:41 am
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