
ज्योतिष शास्त्र: इस यंत्र के पूजन से मिलता है शनि देव का आशीर्वाद, लेकिन इन बातों का रखें ख्याल
ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि अगर आपके हर कार्य में कोई न कोई बाधा आती रहती है तो इसके पीछे का कारण कुंडली में शनि की स्थिति कमजोर होना माना जाता है। इसलिए हर कोई चाहता है कि शनि देव की कृपा उस पर बनी रहे। अन्यथा जीवन में समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इसलिए इन दुष्प्रभावों से बचने के लिए भी कुछ तरीके ज्योतिष शास्त्र में वर्णित हैं।
शनि देव को प्रसन्न करके आपको हर काम में सफलता मिल सकती है। इन्हीं उपायों में से एक है शनि यंत्र की पूजा। क्योंकि अंकों का समूह शनि यंत्र बहुत ही प्रभावी होता है जो आपकी हर ग्रह बाधा को शांत कर सकता है। इसलिए शनि यंत्र की पूजा विशेष फलदायी साबित हो सकती है। लेकिन पूजन के समय इन बातों का खास ख्याल रखना भी बहुत जरूरी है...
1. अपने धर्म के प्रति विश्वास और आस्था में बढ़ोतरी करने वाला शनि यंत्र व्यवसायिक क्षेत्र में तरक्की के लिए भी अच्छा माना गया है। लेकिन अगर आपने एक बार शनि यंत्र की स्थापना अपने घर के मंदिर में कर ली है तो याद रखें कि नियमित रूप से इसकी पूजा करना भी आवश्यक है। साथ ही पूजन विधि का भी ध्यान रखें।
2. अगर आप शनि यंत्र धारण करने या मंदिर में रखने की सोच रहे हैं तो इस कार्य को शनिवार के दिन ही करना उत्तम माना गया है। परंतु किसी विद्वान या पंडित से पूछकर ही इस कार्य को पूरा करें।
3. ज्योतिष शास्त्र कहता है कि सोना, चांदी या भोजपत्र पर बने शनि यंत्र को धारण करना ही शुभ होता है। आप इसे अपनी बांह पर या गले में भी पहन सकते हैं। इससे व्यक्ति को सौभाग्य की प्राप्ति होने के साथ ही आपके काम भी बनने लगेंगे।
4. अगर आपने पहले अपने शरीर के किसी अंग पर शनि यंत्र धारण कर लिया है उसके पश्चात इसे कभी भी मंदिर में न स्थापित करें। इससे शनि देव रूष्ट हो सकते हैं।
Updated on:
26 Mar 2022 02:14 pm
Published on:
26 Mar 2022 02:13 pm
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