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Ayudha Pooja 2022: कब है आयुध पूजा, जानिए तिथि, मुहूर्त और इसका महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, आयुध पूजा को मूल रूप से उपकरणों की पूजा के रूप में जाना जाता है। इस दिन अपने कॉलेज, दफ्तर, उद्योगों और घरों में काम आने वाले विभिन्न उपकरणों जैसे किताब, मशीनों, शस्त्रों या हथियारों, बर्तन आदि की पूजा कर उन्हें सम्मानित किया जाता है। पंचांग के अनुसार यह पूजा हर साल नवरात्रि उत्सव के नौवें दिन की जाती है।

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Ayudha Pooja 2022: कब है आयुध पूजा, जानिए तिथि, मुहूर्त और इसका महत्व

Ayudha Pooja 2022 Date Muhurat And Significance: हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आयुध पूजा को बहुत महत्व दिया गया है। पंचांग के मुताबिक यह पूजा हर साल नवरात्रि उत्सव की नवमी तिथि को की जाती है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, मान्यता है कि आयुध पूजा में लोग देवताओं के आशीर्वाद से अपनी आजीविका से जुड़े शस्त्रों या उपकरणों की पूजा कर उन्हें सम्मानित करते हैं। इस साल 4 अक्टूबर 2022 को आयुध पूजा की जाएगी। आइए जानते हैं पूजा का शुभ मुहूर्त और इसका महत्व...

आयुध पूजा 2022 मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि की शुरुआत 3 अक्टूबर 2022 रात्रि 08:07 बजे होगी और इसकी समाप्ति 4 अक्टूबर 2022 रात्रि 06:52 बजे पर होगी। वहीं आयुध पूजा 4 अक्टूबर 2022 को की जाएगी।

आयुध पूजा का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, आयुध पूजा को मूल रूप से उपकरणों की पूजा के रूप में जाना जाता है। इस दिन अपने कॉलेज, दफ्तर, उद्योगों और घरों में काम आने वाले विभिन्न उपकरणों जैसे किताब, मशीनों, शस्त्रों या हथियारों, बर्तन आदि की पूजा कर उन्हें सम्मानित किया जाता है। वहीं दक्षिण भारत के राज्यों में, छात्र ज्ञान की देवी मां सरस्वती और अपनी किताबों की पूजा करते हैं। वहां इस दिन को सरस्वती पूजा के रूप में जाना जाता है। नवरात्रि के नौवें दिन लोग अपने उपकरणों, शस्त्रों, मशीनों और औजारों आदि की साफ-सफाई कर उनकी पॉलिश करते हैं और फिर उन उपकरणों को चंदन, कुमकुम लगाकर पूजा की जाती है। वहीं विद्यार्थी अपनी कॉपी-किताबों और व्यापारी अपने बही-खाते पूजते हैं। इस पूजा के पीछे धार्मिक मान्यता है कि लोग अपने उपकरणों की पूजा कर भगवान से प्रार्थना करते हैं कि उनकी मशीनें हमेशा सुरक्षित रहें और लोगों सकुशल काम करते हुए अपने क्षेत्र में सफलता हासिल करें।

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