
स्वप्न शास्त्र: सपने में शिव जी की मूर्ति देखना होता है धन आगमन का संकेत, जानिए भोलेनाथ से जुड़े इन सपनों का मतलब
सपनों की दुनिया हैरान कर देने वाली है। सपनों में जहां एक तरफ हमें परिचित लोग या वस्तुएं दिखाई देती हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे अजीबोगरीब सपने दिखाई देते हैं जिनकी आपने शायद कभी कल्पना भी ना की हो। लेकिन सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार हमें दिखाई देने वाले हर सपने का कोई ना कोई अर्थ जरूर होता है। सपनों में कई बार हम खुद को पूजा-पाठ करते पाते हैं, तो कभी सपने में भगवान के दर्शन हो जाते हैं। तो आइए जानते हैं सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार सपने में भगवान शिव का दिखाई देना क्या संकेत देता है...
1. सपने में शिवलिंग पर जलाभिषेक करना
यदि आप स्वयं को सपने में शिवलिंग पर जल चढ़ाते हुए देखते हैं तो यह एक शुभ संकेत माना जाता है। यह सपना निकट भविष्य में आपके सुखी और समृद्ध जीवन की ओर इशारा करता है। साथ ही सपने में शिवलिंग देखना आर्थिक स्थिति के बेहतर होने और किसी अटके हुए धन के लौटने का भी संकेत होता है।
2. सपने में भगवान शिव की पूजा करना
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार सपने में शिवजी की पूजा पाठ करना आपकी परेशानियां दूर होने का संकेत देता है। यानी आने वाले समय में आपके सभी कष्ट दूर होने के साथ ही आपकी मनोकामनाएं पूरी होंगी। माना जाता है कि ऐसा सपना देखने के बाद भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करने के लिए शिवजी की पूजा करनी चाहिए।
3. सपने में भोलेनाथ का सांप देखना
सामुद्रिक शास्त्र कहता है कि यदि कोई व्यक्ति सपने में शिवजी का सांप देखता है तो यह किसी बड़े धन लाभ होने का संकेत माना जाता है। साथ ही फन फैलाए हुए सांप को देखना कोई शुभ समाचार मिलने की ओर इशारा करता है।
4. सपने में शिवजी का त्रिशूल देखना
शास्त्रों में शिवजी का त्रिशूल एक बहुत ही पवित्र और शक्तिशाली अस्त्र माना गया है। यदि आपको सपने में शिवजी का त्रिशूल दिखाई दिया है तो इसका मतलब है कि आप अपनी सभी समस्याओं से लड़कर जीवन में आगे बढ़ेंगे।
5. भोलेनाथ की तीसरी आंख के दर्शन होना
सपने में भोलेनाथ की तीसरी आंख दिखाई दे दो घबराए नहीं। क्योंकि सपने में भोलेनाथ की तीसरी आंख देखने का मतलब उनके क्रोध से नहीं बल्कि यह संकेत है कि आपको अपने जीवन में जागरूक होकर बदलाव लाने की जरूरत है।
यह भी पढ़ें: सामुद्रिक शास्त्र: कूटनीति विचारधारा वाले होते हैं ऐसे व्यक्ति जिनकी जीभ की नोक पर होता है तिल
Updated on:
17 Apr 2022 12:39 pm
Published on:
17 Apr 2022 12:37 pm
बड़ी खबरें
View Allधर्म
धर्म/ज्योतिष
ट्रेंडिंग
