26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Hanuman Jayanti 2023: हनुमान जयंती पर जानें कैसे पाएं बजरंगबली से वरदान, यह हैं शुभ मुहूर्त

कलियुग के जाग्रत और साक्षात देव हनुमानजी का ग्रेगोरियन कैलेंडर के अप्रैल में अवतरण दिवस (Hanuman Jayanti 2023) है, इनकी भक्ति संसार को दुखों और संकटों से उबारने वाली है। मान्यता है कि ये आसानी प्रसन्न होने वाले हैं और जहां भी रामकथा होती है वहां ये वेश बदलकर मौजूद रहते हैं। जयंती पर जानिए ऐसे हनुमानजी की पूजा की आसान विधि (hanumanji puja vidhi ), जिससे आप मनचाहा वरदान पा सकते हैं।

2 min read
Google source verification

image

Pravin Pandey

Mar 31, 2023

hanumanji_ki_puja.jpg

Hanuman Janmotsav North India

प. अरविंद तिवारी के अनुसार हनुमानजी भगवान शिव के एकादश रुद्र अवतार माने जाते हैं, इन्हें महावीर के नाम से भी जाना जाता है। ये प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त हैं, त्रेता युग में हनुमानजी महाराज ने चैत्र पूर्णिमा को जन्म लिया था।

पं. तिवारी के अनुसार हनुमानजी ही एकमात्र ऐसे अवतार हैं जो पृथ्वी पर अजर-अमर हैं, यानी ये पृथ्वी पर भी आत्मा के शरीर त्याग और जन्म-मृत्यु के नियम से मुक्त हैं। साथ ही ये चारों युगों में विद्यमान हैं।


मान्यता है कि जहां-जहां प्रभु श्रीराम की कथा होती है, वहां हनुमानजी किसी न किसी स्वरूप में अवश्य मौजूद होते हैं। हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए भगवान श्रीराम के जीवन चरित का बखान करने वाली रामायण और रामचरित मानस के सुंदरकांड का पाठ किया जाता है। इससे प्रभु हनुमान की अनुकंपा भक्त पर बरसती है।

ये भी पढ़ेंःKamada Ekadashi 2023: यहां पढ़ें एकादशी की आरती, जान लें हिंदू नव वर्ष की पहली एकादशी की सही तारीख

Chaitra Purnima: दृक पंचांग के अनुसार चैत्र पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 5 अप्रैल को 9.19 एएम से हो रही है और यह तिथि सुबह छह अप्रैल को 10.04 बजे संपन्न होगी। इसलिए उदया तिथि में चैत्र पूर्णिमा यानी हनुमान जयंती (Hanuman Janmotsav 2023) छह अप्रैल को मनाई जाएगी।


हनुमान जयंती पर हनुमानजी की पूजा (hanumanji puja vidhi)


प. अरविंद तिवारी के अनुसार हनुमान जयंती पर हनुमानजी की पूजा अलग-अलग प्रकार से करने की विधि प्रचलित है। बहुत सारे लोग मंत्रों के आधार पर प्रभु की पूजा अर्चना करते हैं परंतु आप साधारण तरीके से ही पूजा करेंगे तो उसका विशेष फल आपको प्राप्त होगा।


1. प्रातः काल स्नान करके मारुति नंदन की पूजा अर्चना करें, हालांकि इससे पहले गणपति की पूजा अर्चना अवश्य करें। इससे विशेष लाभ होगा
2. इसके बाद भगवान श्रीराम माता सीता की पंचोपचार पूजा अर्चना करें, फिर हनुमानजी महाराज की पूजा करें।


3. देसी घी का दीपक जलाएं और लाल रंग के पुष्प फल दीपक इत्यादि अर्पित करें।
4. भगवान हनुमान के सम्मुख हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें।


हनुमानजी की विशेष पूजा
यदि आपके मन में कोई लालसा है तो आप कम से कम 108 बार हनुमान चालीसा या 108 बार बजरंग बाण ज्ञान, रामरक्षा स्तोत्र का पाठ भी कर सकते हैं।