- सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जो लोग अपने दोनों पैरों के बीच समान दूरी रखकर बैठते हैं, उन लोगों के बारे में मान्यता है कि ऐसे व्यक्ति काफी शांत स्वभाव के होते हैं। साथ ही इन लोगों को अपने काम के लिए किसी दूसरे पर निर्भर रहना बिल्कुल पसंद नहीं आता।
- अगर कोई व्यक्ति अपने दोनों पैरों के घुटनों को सटाकर और पैरों को खोलकर बैठता है तो ऐसे लोग मुंहफट कहे जाते हैं। सामुद्रिक शास्त्र कहता है कि इन लोगों के पास अपनी बातों से दूसरों को आकर्षित करने की कला होती है। वहीं इस तरह से बैठने वाले व्यक्ति काफी इनोवेटिव भी होते हैं।
- सामुद्रिक शास्त्र में कहा गया है कि ऐसे व्यक्ति जिन्हें एक पैर के ऊपर अपना दूसरा पैर चढ़ाकर बैठने की आदत होती है उन्हें बहुत ही क्रिएटिव यानी रचनात्मक माना जाता है। इन्हें नए-नए तरीकों से काम करना पसंद होता है। साथ ही ऐसे लोगों को नई जगहों पर जाना और नए लोगों से दोस्ती करना भी खूब भाता है।
- इसके अलावा जो लोग पैर के पंजे को पास रखकर और घुटनों को खोलकर बैठते हैं उनके बारे में कहा जाता है कि ये लोग जीवन में हर चीज व्यवस्थित चाहते हैं। वहीं इनका दिमाग भी बड़ा तेज होता है।
- सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार ऐसे लोग जो दोनों पैरों को बिल्कुल चिपकाकर और एक तरफ तिरछा करके बैठते हैं उनके बारे में मान्यता है कि ये लोग बहुत ही जिद्दी स्वभाव के होते हैं। इन्हें हर बात का बड़ा जल्दी बुरा लग जाता है। लेकिन ये अपने सपनों को लेकर काफी महत्वाकांक्षी होते हैं और उन्हें जो चाहिए उसके लिए अड़े रहते हैं।