30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Masik Shivratri 2022 November Date: मासिक शिवरात्रि कब है? जानें खास योग और क्या करें व क्या न करें…

- इस मासिक शिवरात्रि पर बन रहे खास संयोग, ये होगा लाभ - मासिक शिवरात्रि मंगलवार, 22 नवंबर 2022 को...

2 min read
Google source verification

image

Deepesh Tiwari

Nov 21, 2022

masik_shivratri_benifits.jpg

हिंदू कलैंडर का नौवां माह यानि मार्गशीर्ष मास शुरु हो चुका है। ऐसे में इस बार मार्गशीर्ष यानि अगहन माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि मंगलवार, 22 नवंबर को पड़ रही है, और इसी दिन पहले ही मार्गशीर्ष यानि अगहन मास की मासिक शिवरात्रि मनाई जाएगी। जबकि इससे ठीक एक दिन पहले यानि कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि सोमवार,21 नवंबर को प्रदोष व्रत किया गया। मासिक शिवरात्रि दिन Lord Shiv के साथ ही माता पार्वती Mata Parvati की भी आराधना की जाती है, इसके पीछे कारण ये है कि शिव और शक्ति एक-दूसरे के पूरक माने गए हैं।

मासिक शिवरात्रि पर खास संयोग । Masik Shivratri 2022 Shubh Yog
इस मंगलवार,22 नवंबर को मासिक शिवरात्रि के दिन सौभाग्य योग बन रहा है। जो इस दिन सुबह से लेकर शाम 06 बजकर 38 मिनट तक रहेगा। ऐसे में वे लोग रात्रि प्रहर में शिवरात्रि की पूजा नहीं कर सकते हैं, वे सौभाग्य योग में भगवान शिव की पूजा करके अपनी मनोकामनाएं पूरी कर सकते हैं। सौभाग्य योग को भाग्य में वृद्धि करने वाला योग माना जाता है।

वहीं मासिक शिवरात्रि पर ही सौभाग्य योग की समाप्ति के साथ ही शाम 06 बजकर 38 मिनट से शोभन योग लग रहा है, जो अगले दिन बुधवार, 23 नवंबर को दोपहर 03 बजकर 40 मिनट तक रहेगा। ऐसे में जो लोग मासिक शिवरात्रि की पूजा निशिता काल में करेंगे, इस बार वह पूजा शोभन योग में होगी। मान्यता के अनुसार इस शुभ योग में पूजा पाठ करने से व्यक्तित्व का प्रभाव बढ़ता है।

मासिक शिवरात्रि शुभ मुहूर्त...
ज्येष्ठ माह में मासिक शिवरात्रि मंगलवार, 22 नवंबर को किया गया।

चतुर्दशी तिथि का शुभारंभ- 22 नवंबर : 08:49 AM से
चतुर्दशी तिथि का समापन- 23 नवंबर : 06:53 AM तक

पूजा मुहूर्त : Puja Muhurat
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार मंगलवार, 22 नवंबर की मासिक शिवरात्रि की रात निशिता काल पूजा का शुभ मुहूर्त 11 बजकर 41 मिनट से शुरु हो रहा है। वहीं इस मुहूर्त का समापन देर रात 12 बजकर 34 मिनट पर होगा। इस मुहूर्त में शिव पूजा के लिए हमें कुल 53 मिनट कर समय मिलेगा।

मासिक शिवरात्रि पूजा के दौरान ये कार्य न करें...
1- शिवलिंग पर तुलसी पत्ता भूलकर भी नहीं चढ़ाएं ।
2- मासिक शिवरात्र के दिन शिवजी को तिल भी नहीं चढ़ाना चाहिए ।
3- शिवलिंग पर सिंदूर भी नहीं चढ़ाना चाहिए ।

मासिक शिवरात्रि व्रत के दिन क्या करें व क्या न करें...

भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए इस दिन व्रत धारण करने वाले व्यक्ति को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
: इस दिन सुबह जल्दी उठें।
: इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें।
: किसी का अपमान न करें।
: मांस-मदिरा और मांसाहार का सेवन व्रत से एक दिन पहले और एक दिन बाद भी न करें।
: इस दिन इंद्रियों पर संयम रखें।
: माता-पिता और गुरुजनों के साथ गलत व्यवहार न करें।
: बुरे विचार मन में न लाएं।
: असत्य बोलने से बचें।
: शरीर के साथ ही मन की शुद्धता को भी बरकरार रखें।
: दिन के समय इस दिन न सोएं।
: इस दिन किसी की निंदा भी ना करें ।