भोपालPublished: Apr 08, 2020 01:32:26 pm
दीपेश तिवारी
भगवान भोलेनाथ ने कार्तिक मास की पूर्णिमा को तारकाक्ष, कमलाक्ष व विद्युन्माली के त्रिपुरों का नाश किया था।
भगवान शिव अर्थात पार्वती के पति शंकर जिन्हें महादेव, भोलेनाथ, आदिनाथ आदि कहा जाता है,वहीं इनका एक नाम त्रिपुरारी भी है। दरअसल हिन्दू धर्म में भगवान शिव को अनादि, अनंत, अजन्मा माना गया है यानि उनका कोई न आरंभ है न अंत है। न उनका जन्म हुआ है, न वह मृत्यु को प्राप्त होते हैं। इस तरह भगवान शिव अवतार न होकर साक्षात ईश्वर हैं। भगवान शिव को कई नामों से पुकारा जाता है। कोई उन्हें भोलेनाथ तो कोई देवाधि देव महादेव के नाम से पुकारता है। वे महाकाल भी कहे जाते हैं और कालों के काल भी...