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Shardiya Navratri Vastu Tips: अखंड दीप किस दिशा में रखें, क्या कहता है शास्त्र?

Shardiya Navratri Vastu Tips: नवरात्रि का पर्व शक्ति उपासना का सबसे बड़ा अवसर माना जाता है।भक्तगण अपनी श्रद्धा अनुसार मां दुर्गा का अर्चन-पूजन करते हैं और अखंड ज्योति भी जलाते हैं।आइए जानते हैं कि वास्तु के अनुसार अखंड ज्योति को किस दिशा में रखना चाहिए ताकि मां की विशेष कृपा प्राप्त हो।

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भारत

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MEGHA ROY

Sep 21, 2025

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Shardiya Navratri 2025 Akhand Jyot|फोटो सोर्स – Freepik

Shardiya Navratri Vastu Tips: हिंदी घरों में नवरात्रि के दौरान अखंड ज्योति जलाना एक बहुत ही शुभ और पावन परंपरा मानी जाती है।नवरात्रि 22 सितंबर से शुरू हो रही है और 1 अक्टूबर को समाप्त हो रही है। ऐसे में भक्तगण अपनी श्रद्धा अनुसार मां दुर्गा का अर्चन-पूजन करते हैं और अखंड ज्योति भी जलाते हैं। यह न केवल मां दुर्गा की कृपा पाने का श्रेष्ठ माध्यम है, बल्कि नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और घर में सुख, शांति एवं समृद्धि लाने का प्रभावशाली उपाय भी है।आइए जानते हैं कि वास्तु के अनुसार अखंड ज्योति को किस दिशा में रखना चाहिए ताकि मां की विशेष कृपा प्राप्त हो।

Shardiya Navratri 2025: अखंड दीप का आध्यात्मिक महत्व

नवरात्रि के प्रथम दिन कलश स्थापना के साथ अखंड ज्योति प्रज्वलित करने की परंपरा है। मान्यता है कि यह नौ दिनों तक लगातार जलता दीपक मां दुर्गा की कृपा का आह्वान करता है। इससे घर में सुख-शांति, समृद्धि और स्वास्थ्य का वास होता है। शास्त्रों के अनुसार दीपक की लौ न केवल वातावरण को पवित्र करती है, बल्कि मंत्र-जप और स्तोत्रों की ऊर्जा को भी स्थिर रखती है।

दीपक किस दिशा में रखें?

  • पूजा स्थल में दीपक को पूर्व या ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) दिशा में रखना सबसे शुभ माना गया है।
  • ये दिशाएं ज्ञान, उन्नति और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक हैं।
  • ध्यान रहे कि दीपक को कभी भी दक्षिण दिशा की ओर न रखें, इसे अशुभ और बाधा उत्पन्न करने वाला माना जाता है।

किस तेल या घी से जलाएं दीप?

  • अखंड दीप में गौ घृत (शुद्ध घी) का प्रयोग सर्वोत्तम माना गया है।
  • यदि घी उपलब्ध न हो तो तिल का तेल या सरसों का तेल भी प्रयोग किया जा सकता है।
  • दीपक को चावल, गेहूं या उड़द की दाल की ढेरी पर रखने से इसका प्रभाव और भी शुभ हो जाता है।

दीपक की सुरक्षा और सावधानियां

  • अखंड दीप की लौ निरंतर जलती रहे, इसके लिए इसे ढकने हेतु धातु या कांच का पारदर्शी आवरण प्रयोग करना उत्तम है।
  • दीपक को ऐसी जगह रखें जहां हवा या अनजाने में हाथ लगने से यह बुझ न पाए।नियमित रूप से घी या तेल डालते रहें और दीपक की बाती को सही करें, ताकि ज्योति अखंड बनी रहे।