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1 पिटपास पर तीन माह से परिवहन

खनन कारोबारियों का कारनामा: हाइवा में न नंबर प्लेट न ही परिवहन की परमिशन, ढेकहा में नो-एंट्री के दौरान यातायात पुलिस की जांच में खुलासा

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Satna Online

Oct 18, 2015

rewa news

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रीवा

जिला प्रशासन के नाक के नीचे राजस्व चोरी का बड़ा खेल चल रहा है। खनन कारोबारी बेखौफ एक पिटपास पर तीन माह से खनन का परिवहन कर रहे हैं। जब कि खनिज अधिकारी एसएम पांडेय का कहना है कि एक पिटपास पर एक बार ही परिवहन किया जा सकता है। हैरान करने वाली बात तो ये है कि हाइवा में न तो नंबर प्लेट है और न ही परिवहन का पंजीयन, बावजूद खनन का परिवहन किया जा रहा है। इसका खुलासा शुक्रवार देर रात उस वक्त हुआ जब ढेकहा में नो-इंट्री के दौरान यातायात पुलिस चेंकिग कर रही थी। मामले में यातायात पुलिस कार्रवाई के लिए अधिकार क्षेत्र के बाहर बताते हुए खनिज और आरटीओ विभाग पर छोड़ दिया।

घटना भाजपा कार्यालय के सामने ढेकहा तिराहा में शुक्रवार की रात 10.30 बजे रात की है। यातायात पुलिस के जवान नो-इंट्री छोडऩे की तैयारी कर रहे थे। तिराहे पर एक पीले रंग के हाइवा का चालक यातायात पुलिस के सिपाहियों से शहर में प्रवेश करने के लिए बातचीत कर रहा था। चेकिंग के दौरान सिपाही गंगाराम पांडेय और राजेश शर्मा हाइवा के चालक विक्रमालाल से पूछने पर चालक ने जबाव दिया पीटीएस चौराहे तक जाएंगे। सिपाही ने बिल्टी दिखाने को कहा तो चालक पिटपास दिखाया। सिपाही ने पिटपास चेक किया तो अनस स्टोन क्रेशर दादर, प्रोप्राइटर मो. अनस के नाम की मुहर के साथ जारी करने वाले व्यक्ति का हस्ताक्षर के अलावा पिटपास के सभी कालम पेंसिल से भरे गए थे। चालक से सिपाहियों ने पूछा तो चालक ने बताया कि वह तीन माह से इसी कागज पर गिट्टी का परिवहन कर रहा है। हाइवे पर न नंबर प्लेट लगा था और न ही वाहन संख्या, लेकिन पिटपास पर एमपी-17-एचएच-3645 लिखा हुआ था, जिसका गन्तव्य स्थान मोहनिया दर्ज था।


11 बजे रात के बाद शुरू होता है नो-एंट्री का खेल

शहर में साढ़े दस बजे रात शहर में उन वाहनों के लिए नो-इंट्री खोली जाती है जो वाहन इस शहर के लिए सामग्री लाद कर बाहर से आए हैं। लेकिन पिकेट पर तैनात सिपाही शहर से बाहर जाने वाले भारी वाहनों को को भी शहर में इंट्री दे रहे हैं। उदाहरण के तौर पर नागपुर से चलकर इलाहाबाद जा रही दस चक्का ट्रक नंबर यूपी-70 एके-4675 तिरपाल ढके को 11.10 बजे इंट्री दे दिया। इसी तरह दर्जनों की संख्या में बाहर जाने वाले वाहनों को शहर में इंट्री दी जा रही है। मामले में सिपाहियों से पूछने पर बताया कि बाहरी वाहनों को इंट्री नहीं दी जाती है।


बिना पंजीयन खनन का परिवहन किया जा रहा है,इसकी जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो खनिज विभाग के साथ संयुक्त कार्रवाई की जाएगी। शहर में भारी वाहनों के इंट्री के मामले में सीएसपी के साथ बैठक कर यातायात व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा, अगर नो-इंट्री वाले भारी वाहनों को इंट्री दी जा रही है, इसकी जांच कराकर संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई के लिए विभाग को पत्र लिखा जाएगा।

एलएल अहिरवार, एसडीएम हुजूर


बिना पंजीयन खनन के परिवहन पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। एक परमिट पर तीन माह से परिवहन करने वाले वाहनों की जानकारी नहीं है। अगर ऐसा है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

एसएम पांडेय, जिला खनिज अधिकारी

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