
- बरगी बांध का पानी सतना के लिए तरक्की लाएगा
रीवा। कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में संभागीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने संभागीय समीक्षा बैठकें शुरू करके हम सभी को विकास योजनाओं की निगरानी का अवसर दिया है। संभागीय समीक्षा बैठक से योजनाओं के क्रियान्वयन से प्रभावी मानीटरिंग होगी। इस बैठक में सांसदगण, मंत्रीगण, विधायकगण तथा सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित हैं। संभाग की विभिन्न समस्याओं का इसके माध्यम से समाधान होगा। संभाग की कई परियोजनाओं के काम में विभिन्न बाधाओं के कारण देरी हो रही है। इन बाधाओं को दूर करने का हमें अवसर मिलेगा।
बरगी टनल परियोजना की कठिनाई को दूर कर इस वर्ष सितम्बर माह तक बरगी बांध का पानी सतना पहुंचाया जाएगा। बरगी बांध के पानी से सतना जिले की तस्वीर बदल जाएगी। रीवा संभाग में अपार खनिज संसाधन हैं। यहां सुंदर प्राकृतिक स्थल हैं। सिंगरौली में ऊर्जा उत्पादन का केन्द्र है तो सतना में सीमेंट उत्पादन का केन्द्र है। इन्हें जोडऩे वाले ललितपुर-सिंगरौली रेलवे लाइन का काम तेजी से पूरा कराने के लिए सीधी और सिंगरौली के कलेक्टर भूअर्जन की कार्यवाही तत्परता से करें। सीधी-सिंगरौली हाईवे का निर्माण पूरा कराने के लिए लगातार पहल की जा रही है। आगामी 6 माह में इस हाईवे की टू लेन सड़क तथा गोपद पुल का निर्माण पूरा हो जाएगा। रीवा एयरपोर्ट का फरवरी माह के अंत तक लोकार्पण हो जाएगा। सड़क, रेलवे और हवाई सुविधा मिलते ही इस पूरे क्षेत्र का तेजी से विकास होगा। रीवा के कैंसर यूनिट में नई मशीनें लग रही हैं। सुपर स्पेशियलिटी हास्पिटल में आधुनिक मशीन तथा 12 करोड़ की लागत से एमआरआई मशीन लगाई जा रही है। रीवा संभाग के नोडल अधिकारी अतिरिक्त मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया ने जनप्रतिनिधियों के सभी सुझावों और उठाए गए मुद्दों की विस्तृत जानकारी ली है। इनमें प्रभावी कार्यवाही की जाएगी।
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रीवा के पर्यटन विकास का कैलेंडर विमोचित
उप मुख्यमंत्री शुक्ल, राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी तथा अन्य जनप्रतिनधियों ने बैठक में रीवा जिले के पर्यटन विकास कैलेंडर का विमोचन किया। इसमें हर पेज में अलग-अलग पर्यटन स्थल की तस्वीरें और उनकी विशेषताएं दी गई हैं।
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जनप्रतिनिधियों ने बैठक में दिए ये सुझाव
बैठक में जनप्रतिनिधियों ने सीधी-सिंगरौली हाईवे का निर्माण पूरा कराने, सोन घडिय़ाल अभ्यारण्य को डिनोटिफाई करने, गोड़ परियोजना सिंगरौली को शुरू कराने, बाणसागर नहर का पानी सीधी और सिंगरौली में पहुंचाने, सभी जिलों में गौ अभ्यारण्य बनाने का सुझाव दिया। बैठक में खराब ट्रांसफार्मर बदलने, सीधी में ट्रांसफार्मर डिपो बनाने, प्रधानमंत्री आवास योजना में छूटे हुए हितग्राहियों का नाम जोडऩे, जलजीवन मिशन के कार्यों की धीमी प्रगति, मनरेगा की तीन माह से लंबित मजदूरी के भुगतान, मऊगंज तथा मैहर जिले में समग्र पोर्टल एवं आधार पोर्टल को एकीकृत करने, गोवर्धन योजना, बगदरा अभयारण्य को डिनोटिफाई करने, चित्रकूट क्षेत्र में सिंचाई सुविधा, मंदाकिनी नदी की सफाई, रामपथ गमन मार्ग के निर्माण सहित विभिन्न मुद्दे उठाए।
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बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, सांसद रीवा जनार्दन मिश्र, सांसद सतना गणेश सिंह, सांसद राज्यसभा अजय प्रताप सिंह, महापौर सतना नगर निगम योगेश ताम्रकार, विधायकगण, अतिरिक्त मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया, एडीजीपी अनिल कुमार, कमिश्नर अनिल सुचारी, एडीजीपी केपी व्यंकटेश्वर राव, संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा संभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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ये ठीक नहीं! पैसे मिलते हैं तब बदलते हैं ट्रांसफार्मर
राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी ने बैठक के दौरान गांवों में लोगों को हो रही समस्या का मुद्दा उठाया। कहा आए दिन गांवों में ट्रांसफार्मर खराब हो रहे हैं। जब लोग बिजली कंपनी के अधिकारियों से बदलने की मांग करते हैं तो ट्रांसफार्मर नहीं होने के कई बहाने बताए जाते हैं। स्थानीय स्तर से लेकर मुख्यालय तक की समस्याएं गिनाते हैं। वहीं जब पांच-दस हजार रुपए मिल जाते हैं तो सारी बाधाओं को दूर करते हुए दूसरे दिन ही ट्रांसफार्मर बदल दिया जाता है। उन्होंने कहा कि यह किसी एक क्षेत्र की नहीं बल्कि हर जगह की समस्या है। सभी विधायक अपने क्षेत्रों में इस पर नजर रखें। यह रवैया बिलकुल ठीक नहीं है। मंत्री की नाराजगी बढ़ते देख उप मुख्यमंत्री शुक्ला ने मामले को संभाला और कहा कि ट्रांसफार्मर का डिपो आसपास ही होना चाहिए इससे खराब ट्रांसफार्मर की मरम्मत और नए ट्रांसफार्मर की जरूरत जल्द पूरी होगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सीधी या सिंगरौली में इसके लिए अधिकारी प्रस्ताव तैयार कराएं।
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उप मुख्यमंत्री के आने से पहले अपनी बात कहकर चले गए कांग्रेस विधायक
बैठक में कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा भी पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपनी बात रखने के लिए समय भी मांगा था। जब उन्हें पता चला कि मुख्यमंत्री नहीं आएंगे तो उन्होंने एसीएस को अपने मुद्दे बताए और बैठक से बाहर निकल गए। उप मुख्यमंत्री शुक्ला और उनकी तकरार लगातार रही है। इस कारण उनके सामने नहीं बैठना चाह रहे थे। अभय ने सेमरिया क्षेत्र में पुलिस की लचर व्यवस्था पर सवाल उठाए। कहा कि जनपद सीईओ और भाजपा के नेता भी सुरक्षित नहीं हैं। पुरवा में पुलिस चौकी की मांग की। गौ अभयारण्य की भी व्यवस्था दुरुस्थ करने सहित अन्य मुद्दे उठाए।
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Published on:
07 Jan 2024 02:39 pm
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