पेट्रोल, डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में बुलाए गए भारत बंद के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मोटरसाइकिल की अर्थी निकाली। कहा कि इतनी महंगाई में यह अब किसी काम की नहीं रह जाएगी। इसके साथ ही सांकेतिक रूप से यह भी बताने का प्रयास किया गया कि मोदी सरकार बीमार हो चुकी है और वह आईसीयू में भर्ती है।
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि बंद के आह्वान के बाद उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ला ने अपने घर पर व्यापारियों को बुलाकर उन पर दबाव बनाने का प्रयास किया है कि वह भारत बंद में शामिल नहीं हों। आरोप है कि महंगाई पर भाजपा नेता स्वयं तो खामोश हैं लेकिन जनता को भी आवाज उठाने नहीं देते।
कांग्रेस नेताओं ने शहर का भ्रमण किया और व्यापारियों से अपना प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील की। शहर के शिल्पी प्लाजा, फोर्ट रोड, प्रकाश चौराहा, अमहिया रोड, वेंकट रोड, सिरमौर चौक, अस्पताल चौराहा, धोबिया टंकी, बिछिया, जय स्तंभ, ढेकहा, पडऱा, विश्वविद्यालय मार्ग, बोदाबाग, नीम चौराहा, स्टेडियम क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों में भारत बंद का असर अधिक देखा गया। कांग्रेस के शहर एवं ग्रामीण अध्यक्ष ने कहा है कि पेट्रोल पंप एसोसिएशन, ट्रक एसोसिएशन, रेवांचल व्यापार मंडल, बस आपरेटर्स, फुटपाथ व्यापारी संघ सहित अन्य कई संगठनों ने सहयोग दिया है।
कांग्रेस के भारत बंद को कई राजनीतिक दलों ने भी समर्थन दिया है। जनता दल सेक्युलर के प्रदेश अध्यक्ष शिव सिंह ने कहा है कि कर्नाटक में उनकी पार्टी ने कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाई है, वहां पर पार्टी समर्थन कर रही है। राष्ट्रीय नेतृत्व ने बंद में शामिल होने के लिए कहा है। इस कारण सभी जिला इकाइयां बंद में शामिल हुई हैं। इसी तरह अपना दल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. बुद्धसेन पटेल ने भी कहा है कि महंगाई के विरोध में भारत बंद का समर्थन किया है।
कांग्रेस द्वारा बंद का समर्थन सभी से करने की अपील पर भाजयुमो नेता बृजेन्द्र गौतम ने कहा है कि एससीएसटी एक्ट के विरोध में जिन लोगों ने ६ सितंबर को भारत बंद किया था। उनके पास कांग्रेसी जाएं तो यह पूछा जाए कि इस एक्ट पर वह खुलकर क्यों साथ नहीं आए। गौतम ने कहा कि सामान्य, ओबीसी और अल्पसंख्यकों को इनसे भी सावधान रहने की जरूरत है।