शहर संभाग में एक दिन में 300 से ज्यादा शिकायतें आ रही। 8 सितंबर को 270 शिकायतें पहुंची, जिसमें से महज 193 शिकायतों का ही निराकरण हो पाया। 77 शिकायतें लंबित रह गईं। इसी प्रकार 7 सितंबर को 255 शिकायतें आईं, जिसमें से 158 का ही निराकरण हो सका, 97 शिकायतें पेंडिंग रह गईं। ऐसा ही रोज हो रहा है। हर दिन लगभग 30 से 40 शिकायतें लंबित रह जाती हैं। शिकायतों को लेकर भी उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ता है।
सोमवार दोपहर दो बजे बिजली कार्यालय अमहिया में शिकायत शाखा की घंटी बजती रही, लेकिन कोई सुन नहीं रहा था। बताया गया कि फोन खराब है, जिसकी वजह से लिखित आवेदन पर ही शिकायत ली जा रही है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिजली कंपनी उपभोक्ताओं को किस तरह से सुविधा दे रही है। बिजली बहाल करवाने के लिए उपभोक्ताओं को कई दिन भटकना पड़ता है।
शहर में बिजली सुधार का कार्य जिस फर्म को दिया गया है उसके पास पर्याप्त संसाधन नहीं है। कर्मचारियों की भी कमी है। जिसके कारण एक जगह का सुधार कार्य पूरा होने से पहले दूसरे स्थान से भी शिकायत आ जाती है। बारिश होने की वजह से इन दिनों बिजली आपूर्ति में बाधा ज्यादा आ रही है। ऐसे में काम करने वाले कर्मचारी बढ़ाने की जरूरत है। बिजली बहाल करवाने के लिए उपभोक्ताओं को कई दिन भटकना पड़ता है।
तिथि शिकायत निराकरण पेंडिंग
5 सितंबर 141 104 37
6 सितंबर 161 116 45
7 सितंबर 255 157 97
8 सितंबर 270 193 77
9 सितंबर 207 147 59
(बिजली विभाग रीवा कार्यालय से मिले आंकड़े)