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बच्चों को लेकर रहिए सतर्क : हादसा ऐसा कि रूह कांप जाए, चौबीस घंटे बाद भी वेंटिलेटर पर मासूम

संजय गांधी अस्पताल के सर्जिकल आइसीयू में जीवन मौत से जूझ रहा दो वर्षीय मासूम, सीढ़ी से फिसल कर गिरने पर पेट में आरपार हो गई थी लोहे की छड़

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Innocent on ventilator even after 24 hours

Innocent on ventilator even after 24 hours

रीवा. संजय गांधी अस्पताल के सर्जिकल आइसीयू वार्ड में चौबिस घंटे बाद भी रुद्र पांडेय वेंटीलेटर पर जीवन मौत से जूझ रहा है। सोमवार को अधीक्षक डॉ एपीएस गहरवार सहित ऑपरेशन करने वाली चिकित्सकों की टीम ने वेंटीलेटर का सेटअप के साथ ही मरीज के ब्लड की जांच कराई। मासूम ऑरपेशन के बाद दूसरे दिन भी देररात तक वेंटीलेटर पर क्रिटिकल जोन में रहा।

ऐसे हुआ हादसा
जिले के रायपुर कर्चुलियान क्षेत्र के पटना गांव निवासी शिवेन्द्र पांडेय का दो वर्षीया पुत्र रुद्र छत पर खेल रहा था। इस दौरान घर के लोग अंदर थे। तभी रुद्र सीढ़ी के जरिए उतर रहा था। सीढ़ी में रेलिंग नहीं लगी थी। सीढिय़ों पर रुद्र फिसल गया। जिससे सीधे सीढ़ी के पहले पायदान पर पिलर में निकले लोहे के छड़ के ऊपर जाकर गिरा। रुद्र के नाभी के दाहिने छोर को चीरते हुए लोहे की सरिया बाएं हाथ के पिछले हिस्से में निकला। परिजनों ने आसपास के लोगों की मदद से पिलर से सरिया को काटकर अलग किया और बच्चे को संजय गांधी अस्पताल ले गए। पौने बारह बजे परिजन उसे लेकर पहुंच गए थे। डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन किया। ऑपरेशन दोपहर दो बाजे चालू होकर शाम करीब पांच बजे तक चला। डॉक्टरों ने करीब ढाई घंटे में सफल ऑपरेशन करने के बाद उसे गहन चिकित्सा इकाई के सर्जिकल वार्ड में स्थित आइसीयू में रखा है। सोमवार को डा.ॅ राजपाल सिंह और उनकी टीम में शामिल चिकित्सकों ने दूसरे दिन भी बच्चे की जांच की। डॉक्टरों ने बताया कि वेंटीलेटर पर रखा गया है। रुद्र अभी क्रिटिकल जोन में हैं। ब्लड की जांच की गई है। डॉ. राजपाल ने कहा कि इस तरह घटनाएं अक्सर एक से चार साल तक के बच्चों के साथ होती है। ऐसे में चार से पांच साल तक के बच्चों को घर में डेंजर जोन एरिया से बचाना होगा। उधर, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। रुद्र को देखने के लिए परिवार सहित सगे संबंधियों का ताला लगा रहा। इधर, चिकित्सकों के सफल ऑपरेशन की चर्चा पूरे दिन जगह-जगह होती रही।