जब चालक ने गाड़ी नहीं रोकी तो किसी तरह फाटक खोलकर दो बच्चियां चलती गाड़ी से कूद गई और आसपास के लोगों को आवाज लगाई। इससे अपहरणकर्ता चालक घबरा गया और वैन छोड़कर मौके से भाग खड़ा हुआ। जानकारी मिलने पर तत्काल चोरहटा पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चों तथा वैन को कब्जे लेकर परिजनों और स्कूल प्रबंधन को सूचना दी गई। साथ ही सभी थानों को सूचना देकर घेराबंदी की है। लेकिन अभी तक आरोपी चालक पुलिस के हाथ नहीं लगा है।
उधर परिजनों के थाने पहुंचने पर पुलिस ने बच्चों से पूछताछ की और इसके बाद उनको अभिभावकों के हवाले कर दिया है। प्राथमिक तौर पर स्कूूल प्रबंधन को इस घटना की जानकारी नहीं थी। बच्चों और परिजनों से पूछताछ में जो जानकारी मिली उसके अनुसार प्रतिदिन की तरह चालक सुबह 6 बजे चिरहुला कॉलोनी से वैन में बच्चों को लेकर निकला।
बच्चों को वह विद्यालय न ले जाकर कॉलेज चौराहे से सतना रोड में बच्चों को घुमाते हुए 7.20 बजे चोहरटा में ले गया। जहां बच्चे उसको गाड़ी रोकने और उतारने के लिए कहा। चालक के नहीं उतारने पर बच्चे गाड़ी से कूद गए। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस आरोपी की तलाश करने के साथ ही मामले की गहराई से जांच कर रही है।
बड़े गिरोह का हाथ होने की आशंका
पुलिस संभावना जता रही है कि इस घटना में अकेले चालक का हाथ नहीं हो सकता। क्योंकि वैन चालक अकेले 13 बच्चों का अपहरण करके उनको नहीं रख सकता था। इसमें किसी बड़े गिरोह का हाथ हो सकता है, जो बच्चों का अपरहण कर उनकों बेचने का काम करता है।
क्यों हुआ बच्चों का अपरहण
इस संबंध में पुलिस कुछ नहीं बता पा रही है कि बच्चों का अपहरण क्यों किया गया। चालक की गिरफ्तारी के बाद ही इसका राज खुल सकेगा। परिजन भी इस संंबंध में कुछ नहीं कह पा रहे हैं। क्योंकि चालक भी उसी कॉलोनी का है जहां के बच्चे हैं। स्कूल प्रबंधन को इस बारे में कुछ जानकारी नहीं है।