
रीवा. इंजीनियरिंग कॉलेज रीवा (rewa engineering college) के लिए एक और उपलब्धि सामने आई है। कॉलेज को तीन विभागों में एमटेक (Master of Technolog) की पढ़ाई कराने की अनुमति मिल गई है। इसका प्रस्ताव कई महीने पहले भेजा गया था। सरकार के स्तर पर स्वीकृति को लेकर प्रक्रिया में देरी हुई। इस कारण ऑनलाइन काउंसिलिंग का समय निकल चुका है। अब 22 अक्टूबर से कॉलेज लेवल काउंसिलिंग शुरू होने जा रही है। उसके लिए राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की ओर से अनुमति जारी की गई है।
स्टाफ स्वीकृति के लिए भेजा प्रस्ताव
इंजीनियरिंग कॉलेज इन दिनों नियमित स्टाफ के संकट से जूझ रहा है। एमटेक (mtech) का कोर्स स्वीकृत होने के पहले ही इंजीनियरिंग कॉलेज प्रबंधन ने शासन को इसके लिए शिक्षकों का पद स्वीकृत करने के लिए प्रस्ताव भेजा था। अब सरकार के स्तर पर इसकी स्वीकृति होनी है। माना जा रहा कि शिक्षकों की पदस्थापना इस सत्र में हो पाना मुश्किल है। इस कारण फिलहाल अतिथि शिक्षकों से ही काम चलाएंगे।
22 अक्टूबर से प्रारंभ होगा सीएलसी चरण
एमटेक की पढ़ाई के लिए तीन विभागों में 30-30 सीटें स्वीकृत हुई हैं। इनमें प्रवेश के लिए आगामी 22 अक्टूबर से सीएलसी चरण प्रारंभ होगा। 58 साल पुराने इस कॉलेज के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। विंध्य क्षेत्र के छात्रों को अब एमटेक के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
डॉ. बीके अग्रवाल, प्राचार्य इंजीनियरिंग कॉलेज रीवा
तीनों में 30-30 सीटें
जिन तीन विषयों में एमटेक शुरू करने की अनुमति मिली है, उसमें प्रमुख रूप से सिविल, मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल शामिल हैं। तीनों विभागों के लिए 30-30 सीटें आवंटित हुई हैं। इसके चलते रीवा में एमटेक की 90 सीटों पर इसी सत्र से पढ़ाई होगी। बताया गया है कि सीएलसी का चरण 22 अक्टूबर से शुरू होगा। इसमें विंध्य क्षेत्र के उन छात्रों को भी प्रवेश मिल जाएगा जो अब तक के चरण में प्रवेश नहीं पा सके थे। साथ ही दूसरे क्षेत्रों के छात्र भी प्रवेश ले पाएंगे।
Updated on:
18 Oct 2022 05:39 pm
Published on:
18 Oct 2022 05:38 pm
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