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कालेजों में प्रवेश नहीं पा रहे छात्र, टीआरएस सहित कई जगह बड़ी संख्या में सीटें खाली, परेशानी की ये है वजह

- विभाग ने सीएलसी पांचवें चरण का कार्यक्रम तो जारी कर दिया लेकिन सीटों की कमी से छात्र परेशान

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रीवा

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Mrigendra Singh

Nov 22, 2020

rewa

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रीवा। कालेजों में प्रवेश से वंचित रह गए छात्रों को आखिरी अवसर दिया गया है। इसके लिए सोमवार से कालेज लेवल काउंसिलिंग का पांचवां चरण प्रारंभ किया गया है। जिसके तहत छात्रों को प्रवेश दिया जाना है। शहर में जिन प्रमुख कालेजों में छात्र प्रवेश लेना चाहते हैं वहां पर सीटों की संख्या खाली नहीं होने की वजह से उन्हें अब दूसरी ओर रुख करना होगा। वहीं उत्कृष्ठ कालेज टीआरएस में प्रवेश के लिए न्यूनतम 60 प्रतिशत अंकों की बाध्यता की वजह से बड़ी संख्या में छात्र प्रवेश नहीं ले सके हैं। साथ ही यहां पर सीटें अब भी खाली हैं लेकिन सरकार के नियमों की वजह से कम प्राप्तांक वाले छात्रों को प्रवेश नहीं दिया जा सकेगा। माडल साइंस कालेज और जीडीसी में भी सीटें भर चुकी हैं। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी कालेजों के साथ ही निजी कालेजों में सीटें अब भी पर्याप्त संख्या में खाली हैं जिसके चलते माना जा रहा है कि सीएलसी के पांचवें चरण में इन्हीं कालेजों में ही अधिक संख्या में प्रवेश होगा। अधिकांश छात्र जिनके हायर सेकंडरी में प्राप्तांक अ'छे थे और उन्हें कालेज में स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश लेना था, वह शहर के प्रमुख कालेजों में प्रवेश के लिए लगातार हर काउंसिलिंग में शामिल होते रहे और अब तक प्रवेश से वंचित रह गए हैं। ऐसे छात्र भी अब किसी कालेज में जाकर प्रवेश ले सकेंगे। अब तक चली प्रवेश प्रक्रिया में सबसे अधिक डिमांड में माडलसाइंस कालेज, टीआरएस कालेज और जीडीसी ही रहे हैं।
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- 23 नवंबर तक की तिथि निर्धारित
सीएलसी के पांचवें चरण की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई, जिसमें सभी कालेजों में खाली सीटों की संख्या प्रदर्शित की गई है ताकि छात्र उसके अनुसार कालेजों का चयन कर सकें। वहीं जिन छात्रों ने अब तक पंजीयन नहीं कराया था वह नए सिरे से पंजीयन भी करा सकें। कॉलेजों के विषय समूह या पाठ्यक्रम का विकल्प देने के लिए 18 से 23 नवंबर तक की तिथि निर्धारित की गई है। सीएलसी के पूर्व के चरणों की तरह इस बार भी मेरिट सूची हर दिन जारी की जाएगी और उसी दिन रात्रि के 12 बजे तक डिजिटली तरीके से फीस जमा करने का अवसर दिया जाएगा। यह प्रक्रिया 18 से 23 नवंबर तक हर दिन अपनाई जाएगी। इस चरण में यूजी और पीजी के छात्रों के प्रवेश के लिए एक ही कार्यक्रम जारी किया गया है।
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कालेजों में खाली सीटों की स्थिति
- माडल साइंस कालेज----- यहां पर सीटें पूरी तरह से भर चुकी हंै। यूजी में बीसीए में एक सीट और पीजी के एमएससी स्टेटिस्टिक में भी एक सीट खाली है। शेष सभी कक्षाओं की सीटें फुल हो चुकी हैं। यहां पर छात्रों की ओर से धरना- प्रदर्शन भी पूर्व में किया गया था।
- जीडीसी---
शासकीय कन्या महाविद्यालय में भी प्रवेश के लिए समस्या है। यहां पर यूजी में अधिकांश कक्षाओं की सीटें भर चुकी हैं। बीए में 813 सीटें थी जिसमें सभी भर चुकी हैं। बीकाम सीए में 179 में 16 खाली हैं। बीकाम कामर्स की 341 में 20 सीटें ही बची हैं। बीएचएससी में 84 में 4 सीटें खाली रह गई हैं। बीएससी बायोटेक्नालाजी में सभी 90, बीएससी बाटनी की 283, बीएससी मैथ ग्रुप की 90 सीटें भर चुकी हैं। वहीं पीजी में एमए म्यूजिक में 23 में 17 खाली हैं। एमए म्यूजिक वोकल की 23 में 9 खाली
हैं, एमकाम में एक सीट बची है। एमएससी होमसाइंस की 29 में तीन सीटें खाली बची हैं।
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टीआरएस में 60 प्रतिशत की बाध्यता से सीटें खाली
टीआरएस कालेज की यूजी कक्षाओं में भी सीटें खाली हैं, यहां पर 60 प्रतिशत से कम वालों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। बीबीए की 285 में 81 खाली हैं, बीसीए में 431 में 343 खाली रह गई हैं ये दोनों कोर्स स्ववित्तीय हैं। वहीं बीए आनर्स इकोनामिक्स 168 में 80, बीए आनर्स इंगलिश 169 में 130, बीए आनर्स भूगोल 161 में 58, हिन्दी में 171 में 152, इतिहास 166 में 76, मैथ 173 में 162, म्यूजिक में 173 में 164, फिलासिफी में 174 में 171, राजनीति शास्त्र 161 में 51, संस्कृति में 174 में 170, समाज शास्त्र 171 में 149, उर्दू 174 में 174, बीकाम आनर्स एकाउंट में 1083 में 705, बीएससी आनर्स बाटनी में 143 में 75, केमेस्ट्री 566 में 340, मैथ 568 में 309, फिजिक्स 572 में 476, जुलॉजी में 283 में 131 सीटें खाली हैं।

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एमफिल में सभी सीटें खाली, पीजी में अधिकांश भरी
शासकीय उत्कृष्ठ टीआरएस कालेज में एमफिल की सभी सीटें अभी खाली हैं। वहीं पीजी की कई कक्षाओं में सीटें फुल हो चुकी हैं तो कुछ में खाली भी हैं। खाली सीटों में प्रमुख रूप से एमए अर्थशास्त्र में 98 में 7, भूगोल 98 में 13, इतिहास 84 में 7, म्यूजिक 86 में 61, फिलासिफी की 87 में 82, संस्कृत 85 में 66, समाजशास्त्र 84 में 8, एमकाम 496 में 130, एमलिव 29 में 6 आदि सीटें खाली हैं, शेष भर चुकी हैं। इसी तरह एमफिल केमेस्ट्री में 35 में 35, एमफिल कामर्स 46 में 46, एमफिल इकोनामिक्स 35 में 35, एमफिल इंगलिश 35 में 35, भूगोल 35 में 35, हिन्दी 35 में 35, इतिहास 35 में 35, लाइब्रेरी साइंस 35 में 35, म्यूजिक 35 में 35 सीटें खाली हैं, इनमें प्रवेश दिया जा सकेगा। एमएसडब्ल्यू 109 में 53, एमएससी कम्यूटर साइंस में 145 में 44, एमएससी माइक्रोबायलाजी में 40 में 3 सीटें ही खाली रह गई हैं।

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