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Election 2019: इस सीट से 10 बार ब्राह्मण, 3 बार क्षत्रिय व 3 बार पटेल पर ही मतदाताओं ने जताया भरोसा

रीवा लोकसभा चुनाव: इस सीट से 10 बार ब्राह्मण रह चुके है सांसद

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Rewa lok sabha 10 times brahmins 3 times kshatriya 3 times patel won

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रीवा। मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में विंध्य की रीवा लोकसभा सीट एक ऐसी सीट है जो ब्राह्मण बाहुल्य मानी जाती है। अब तक के निर्वाचित सांसदों के आंकड़ों पर गौर करें तो यहां से 10 बार ब्राह्मण, तीन बार क्षत्रिय और तीन बार पिछड़ा यानी की पटेल लोकसभा सदस्य बने है। 1952 में रीवा का पहला सांसद बनने का गौरव कांग्रेस के राजभान सिंह तिवारी को मिला था। वहीं दूसरे और तीसरे सांसद कांग्रेस के शिवदत्त उपाध्याय जबकि चौथे सांसद कांग्रेस के शंभूनाथ शुक्ला बने थे।

फिर इसके बाद निर्दलीय महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव, भारतीय लोकदल यमुना प्रसाद शास्त्री, निर्दलीय महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव, कांग्रेस महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव, जनता पार्टी यमुना प्रसाद शास्त्री, बसपा भीम सिंह पटेल, बसपा बुद्धसेन पटेल, भाजपा चंद्रमणि त्रिपाठी, कांग्रेस सुंदरलाल तिवारी, भाजपा चंद्रमणि त्रिपाठी, बसपा देवराज सिंह पटेल, अभी वर्तमान में भाजपा के जनार्दन मिश्रा सांसद है।

ऐसे हैं क्षेत्र के समीकरण
भाजपा की सबसे बड़ी मजबूती की वजह आदिवासी वोटों का एकतरफा झुकाव माना जा रहा। पार्टी का संगठन हर गांव में है। चार ब्राह्मण, दो क्षत्रिय, एक कुर्मी एवं एक अजा वर्ग के विधायक को अपने समाज को साधने की जवाबदेही दी गई है। कांग्रेस ने भी इस बार हर जाति के नेताओं को प्रचार में लगा दिया है। बसपा पहले की तुलना में इस बार कमजोर नजर आ रही है। कारण, पहली पंक्ति के सभी बड़े नेता पार्टी छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं।

जातियों की अनुमानित संख्या
कुल मतदाता- 16.27 लाख
ब्राह्मण - 05 लाख
पटेल- 2.25 लाख
क्षत्रिय- 1.25 लाख
वैश्य- 02 लाख
कुशवाहा- 90 हजार
मुस्लिम- 80 हजार
अजा- 2.20 लाख
अजजा- 1.50 लाख
अन्य-80 हजार
नोट- आंकड़े संबंधित जातियों के लोगों के दावे के अनुसार हैं।

अब तक के सांसद-
1952- राजभान सिंह तिवारी, कांग्रेस
1957- शिवदत्त उपाध्याय- कांग्रेस
1962- शिवदत्त उपाध्याय- कांग्रेस
1967- शंभूनाथ शुक्ला- कांग्रेस
1971- महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव- निर्दलीय
1977-यमुना प्रसाद शास्त्री- भारतीय लोकदल
1980- महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव- निर्दलीय
1984- महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव- कांग्रेस
1989- यमुना प्रसाद शास्त्री- जनता पार्टी
1991- भीम सिंह पटेल- बसपा
1996- बुद्धसेन पटेल- बसपा
1998- चंद्रमणि त्रिपाठी- भाजपा
1999- सुंदरलाल तिवारी- कांग्रेस
2004- चंद्रमणि त्रिपाठी- भाजपा
2009- देवराज सिंह पटेल- बसपा
2014- जनार्दन मिश्रा- भाजपा