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पांच साल बाद मिली रीवा-बड़ोदरा ट्रेन, मुंबई ट्रेन नहीं चलने से मायूस

पांच साल बाद मिली रीवा-बड़ोदरा ट्रेन, मुंबई ट्रेन नहीं चलने से मायूस

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 Rewa-Vadodara train found after five years, Mumbai train not running

Rewa-Vadodara train found after five years, Mumbai train not running

रीवा। मप्र के रीवा जिले में 2019 में रीवा रेलवे स्टेशन को कई उपलब्धिां मिली है। इसमें पांच सालों से जहां भाजपा सरकार में पहली ट्रेन रीवा महामना के रूप में मिली है वहीं रीवा मुबंई ट्रेन नहीं चलने से विंध्य के लोगों को मायूस होना पड़ा है।

इसके साथ 2019 में रेलवे के बड़े कामों में रीवा से तुर्की डबल लाइन एवं रीवा सतना रेल मार्ग विद्युतीकरण काम पूरा हो गया है। 23 सालोंं बाद रीवा रेलवे स्टेशन में इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन दौडऩे में रेलवे अधिकारियों को सफलता मिली है। बताया जा रहा है मोदी सरकार के कार्यकाल में रीवा को पहली ट्रेन रीवा-बड़ोदरा मिली है।

बड़ोदरा से 9 मार्च को चलकर यह ट्रेन रविवार को अपने निर्धारित समय 4.45 में रीवा पहुंची। इस ट्रेन को रवाना करने के लिए पश्चिम मध्य रेलवे के डीआरएम मनोज सिंह भी टे्रन के साथ रीवा पहुंचे।

वहीं 4 दिसंबर को रीवा सतना के बीच विद्युतीकरण काम पूरा होने से इलेक्ट्रिक इंजन दौड़ा। इसके अतिरिक्त रेलवे यात्रियों सुविधा में भी काफी फुड प्लाजा, सहित छह कैंटीन मिली है। वहीं रेलवे की ट्रैक की स्पीड बढ़ाने के 110 की स्पीड में ट्रायल हुआ है।

सासंद को नहीं दिखाने दिया झंडी

रीवा-बड़ोदरा ट्रेन को हरीझंडी दिखाने के लिए भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें मुख्य अतिथि सांसद जनार्दन मिश्रा को बनाया गया। लेकिन शाम को आम चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद कार्यक्रम में बदलाव का सेवानिवृत्त कर्मचारी रामनरेश विश्वकर्मा से हरी झंडी दिखाने का निर्णय किया गया।

यह दूसरा मौका जब किसी रेलवे कर्मचारी ने नई ट्रेन का हरीझंडी दिखाई। बताया जा रहा है ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के सांसद दो घंटे पहले ही प्लेटफार्म में पहुंच गए, लेकिन डीआएम ने ट्रेन को समय में झंडी दिखानी की अनुमति दी। ऐसे वह यात्रियों से टाटा कर लौटे।

इंटरसिटी की बिगड़ी टाइमिंग

रीवा जबलपुर इंटरसिटी ने 2019 से सबसे अधिक यात्रियों को सताया। कटनी अनूपपुर खंड में काम चलने के कारण तीन महीनों तक इस ट्रेन का सप्ताह में दो दिनों तक रीवा विलंब से पहुंचतीरही। स्थिति यह बनी है इंटरसिटी सुबह के 4 बजे तक रीवा पहुंची। इसके अतिरिक्त रीवा बिलासपुर ट्रेन भी रात २ बजे तक रीवा से रवाना हुई।

डिजिटल इंडिया की दिखी झलक

रेलवे ने डिजिटल इंडिया के तहत यात्रियों को काफी सुविधाएं प्रदान की है। इसमें जनरल टिकट यात्रियों को बनाने के लिए मोबाइल एप लॉच किया है।इसके अतिरिक्त आरक्षण टिकटों में कांउटर में डिजिटल भुगतान में पांच प्रतिशत तक किराया में रियायती दर से लागू किया है।

कई स्पेशल टे्रनों का किया प्रयोग

रेलवे ने रीवा में यात्रियों सुविधाओं को लेकर रीवा पुणे, रीवा अमरावती, रीवा कोटा जैसी ट्रेनों को स्पेशल के रूप में संचालित कर प्रयोग किया है। इनमें रीवा कोटा में यात्रियों ने अच्छा रुझान दिखाया। वहीं यात्रियों की सुविधा को देखते हुए रीवा हबीबगंज के बीच सुविधा स्पेशल चलाई गई।

नहीं चल पाई रीवा सिलपरा तक ट्रेन

रीवा के रेलवे बोर्ड ने रीवा से सिलपरा तक 10 किलोमीटर नई रेलवे लाइन बिछा कर ट्रेन संचालन करने का लक्ष्य दिया था। लेकिन रीवा सिंगरौली रेलवे मार्ग में अब तक ओवर ब्रीज का निर्माण नहीं होने के कारण ट्रेन नहीं दौड़ पाई। इसके बाद दिसंबर तक समय अवधि बढ़ाइ गई, लेकिन इसके बावजूद स्थित में कोई सुधार नहीं हुआ। इसके अतिरिक्त प्लेटफार्म क्रमांक ३ और महिला वेटिंग का हॉल निर्माण नहीं हो पाया है।