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चिडिय़ाघर की बाउंड्रीवाल में अब दिखेंगे जैव विविधता के रंग

अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर छात्रों की वाल पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित, मुकुुंदपुर के चिडिय़ाघर में रीवा और सतना के छात्रों ने लिया हिस्सा

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Wall painting

Wall paintings in the zoo boundaries

रीवा. महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर की दीवार में अब तरह-तरह के जीव-जंतुओं और पेड़ पौधों की तस्वीरें नजर आएंगी। इसके लिए वन विभाग और मध्यप्रदेश टाइगर फाउंडेशन सोसायटी द्वारा अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर मुकुंदपुर में वाल पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें रीवा, सतना सहित आसपास के अन्य कईस्थानों से प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। बताया गया है कि बाघों के प्रति आम लोगों का आकर्षण बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने इस बार प्रदेश के कईप्रमुख स्थानों में इस तरह का आयोजन कराया। जिसमें बाघों और अन्य वन्यजीवों और पेड़-पौधों के चित्र दीवार पर बनवाए गए। यह एक प्रतियोगिता के रूप में आयोजित किया गया जिससे बेहतर चित्र बनाने का प्रयास छात्रों की ओर से किया गया। इससे चिडिय़ाघर की दीवार में अनावश्यक रूप से व्यवसायिक प्रचार-प्रसार के लिए लिखने की जगह नहीं रहेगी और एक तरह की पेंटिंग आकर्षक होगी। साथ ही उन युवाओं और छात्रों में वन्य जीवों के बारे में अध्ययन करने का अवसर भी मिलेगा जो अब तक इनके बारे में अधिक जानकारी नहीं रखते हैं।

तीन तरह की कैटेगरी निर्धारित की गई थी
इसमें तीन तरह की कैटेगरी निर्धारित की गई थी, जिसमें स्कूली छात्र, कालेजों के छात्र और ओपन कैटेगरी की प्रतियोगिताएं आयोजित हुईं। तीनों कैटेगरी में पुरस्कार की राशि बराबर रखी गई है। जो भी विजेता चुने जाएंगे उन्हें आगामी १५ अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह में सम्मानित किया जाएगा। प्रथम पुरस्कार की राशि पांच हजार रुपए रखी गईहै। वहीं द्वितीय की तीन हजार और तृतीय की एक हजार रुपए रखी गई है।

69 दलों से साढ़े तीन सौ प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा
स्कूटकैटेगरी : इसमें 26 दलों की टीमों ने हिस्सा लिया। हर दल में पांच-पांच छात्र थे। छात्रों ने तितलियों पर चित्र बनाया, जिसमें 10 प्रजाति के तितलियों का नाम दिया गया था। तितलियों के अतिरिक्त उनके आवास और पेड़-पौधे व फूल बनाने पर अतिरिक्त अंक मिलेंगे।
कॉलेज कैटेगरी : इस कैटेगरी में २४ दल शामिल हुए। जिन्हें बाघ, तेंदुआ, सोनकुत्ता, चीतल, बारसिंघा, सांभर, घडिय़ाल, पेंगोलिन, मगर, भेडिय़ा, रसल वाइपर, रेड क्राउन रूफ टर्टल, अजगर, कृष्ण मृग, नील गाय, सेंडबोआ आदि के चित्र बनाने के लिए कहा गया था। छात्रों ने आकर्षक चित्रबनाए।
ओपन कैटेगरी : इसमें 19 दल शामिल हुए, इनकी ओर से खरमोर, सोनचिडिय़ा, पर्पल मूरहेन, एलेकजेंड्रिन पैराकिट, कामन किंगफिशर, लिटिल ग्रीन बी इटर, होप्पू, नीलकंठ, गोल्डन बुक पेक, नवरंगा, दूधराज, गोल्डन आरिओल, ट्रीपाइ, होनबिल, हरियल, क्रस्टड हॉक इगल, सुखफवा, ब्लैक आईबीस, ग्रे हेरोन आदि पर चित्र बनाया गया।

स्वतंत्रता दिवस पर होंगे पुरस्कृत
संजय रायखेड़े, संचालक चिडिय़ाघर मुकुंदपुर ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर वाल पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई। 69 दलों ने हिस्सा लिया। इन पेंटिंग के चयन के लिए एक टीम गठित की गई है, जो विजेताओं के नाम तय करेगी। संबंधित विजेताओं को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पुरस्कृत किया जाएगा।