
Being operated in dilapidated railway building
बीना. रेलवे के जर्जर भवन में संचालित हो रही दो नंबर स्कूल को नया भवन नहीं मिल पा रहा है, इसके लिए शिक्षा विभाग के पास कोई योजना भी नहीं है, जिससे विद्यार्थियों को परेशान होना पड़ता है। स्कूल भवन में मिलने वाली सुविधाओं से भी विद्यार्थी वंचित हैं। बीआरसीसी कार्यालय के पीछे स्कूल के लिए बनाए गए कमरे भी जर्जर हो चुके हैं।वर्षों से रेलवे के भवन में संचालित शासकीय स्कूल क्रमांक दो के लिए अभी तक नया भवन नहीं मिल पाया है, जबकि यह भवन वर्षों पुराना है और जर्जर होने लगा है। साथ ही रेलवे द्वारा भी पूर्व में भवन खाली कराने के लिए नोटिस जारी किए जा चुके हैं। स्कूल के नाम पर बीआरसीसी कार्यालय के पीछे बनाए गए कमरे भी बिना उपयोग के ही जर्जर हो चुके हैं। यह कमरे स्कूल प्रबंधन द्वारा पर्याप्त नहीं बताए जाते हैं, जिससे स्कूल शिफ्ट नहीं हो पा रहा है। स्कूल के लिए कमरे बनाते समय अधिकारियों ने विद्यार्थियों की संख्या का ध्यान नहीं रखा गया।
सीएम राइज बनाने भेजा था प्रस्ताव
दो नंबर स्कूल के लिए सीएम राइज बनाने प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन फिर मॉडल स्कूल को सीएम राइज बना दिया गया है। यदि दो नंबर स्कूल सीएम राइज स्कूल बनता, तो नया भवन मिल जाता है और विद्यार्थियों को सभी सुविधाएं मिलने लगती।
खेल मैदान का अभाव
जिस जगह अभी स्कूल संचालित हो रहा है, वहां खेल मैदान का भी अभाव है, जबकि नए भवन के सामने खाली जगह पड़ी है, जिसे खेल मैदान के रूप में उपयोग किया जा सकता है, जिससे खेल प्रतिभाओं को आगे आने का मौका मिलेगा।
अभी नहीं है कोई योजना
दो नंबर स्कूल के लिए नए भवन को लेकर अभी कोई योजना नहीं है। यदि जरूरत पड़ेगी, तो बीआरसीसी कार्यालय के पीछे बनाए गए कमरों में शिफ्ट किया जाएगा।
आरके जाटव, बीइओ, बीना
Published on:
27 May 2023 10:07 pm
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