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हड्डी टूटने का बेहतर इलाज प्लास्टर से भी संभव: डॉ. चौबे

- अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. जीएस चौबे ने शोध पत्र प्रस्तुत किया- ऑपरेशन की परंपरा गलत, इसके परिणाम गंभीर

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हड्डी टूटने का बेहतर इलाज प्लास्टर से भी संभव: डॉ. चौबे

हड्डी टूटने का बेहतर इलाज प्लास्टर से भी संभव: डॉ. चौबे

सागर. शहर के जाने वाले अस्थिरोग विशेषज्ञ व वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. जीएस ने विभिन्न शहरों में अधिक रोग से संबंधित समस्या और उसके निदान विषय पर आयोजित अधिवेशन में शामिल होकर अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। शोध पत्र में उन्होंने बताया कि आधुनिक तकनीक के इस युग में आज भी हाथ, पैर की हड्डी टूटने का इलाज ऑपरेशन की बजाय प्लास्टर बांधने से भी संभव है। शुक्रवार को आयोजित हुई पत्रकारवार्ता में डॉ. चौबे ने कहा कि उन्होंने अमृतसर, भोपाल व छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों में संबंधित अधिवेशन में शामिल होकर अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए हैं। शोध पत्र में उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक से हड्डी के अधिक ऑपरेशन होने लगे हैं और मरीज के समय की बचत होने लगी है, लेकिन आज भी हाथ या पैर के फैक्चर या टूटने का इलाज जटिल फे्रक्चर को छोड़कर प्लास्टर बांधने से भी संभव है। इससे मरीजों को ऑपरेशन से बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के दुष्परिणाम भी सामने आते हैं। बीते दिनों उन्हें प्रस्तुत किए गए शोध पत्रों के आधार पर जयपुर के एनआइएमएस मेडिकल कॉलेज में आमंत्रित किया गया था, जहां उन्होंने प्लास्टर बांधने से जुड़ी बारीकियां बताईं।

आयुष्मान योजना भी एक कारण

डॉ. चौबे ने कहा कि हड्डी टूटने पर अत्यधिक ऑपरेशन होने का कारण सरकार की आयुष्मान योजना भी एक मुख्य कारण है। हालांकि यह योजना मरीजों के हित में है। इसके लिए सरकार से विशेष चिकित्सकों की राज्य व जिला स्तर पर समिति बनाना चाहिए जो जांच कर निर्णय करे और अस्पताल संचालकों को बताए कि हाथ व पैर की हड्डी टूटने पर कब सर्जरी जरूरी है और कब मरीज को प्लास्टर बांधकर ठीक किया जा सकता है।