21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कॉलोनाइजरों को सिर्फ प्लाट बेचने से मतलब, फिर नरकीय जीवन जीते हैं रहवासी, कोई नहीं लेता सुध

सड़क, नाली न होने से बारिश घर से निकलना हो जाता है दूभर, शिकायतों के बाद भी नहीं हो रही समस्या हल

2 min read
Google source verification
Meaning of just selling plots to colonizers

यह स्थिति है अवैध कॉलोनियों की

बीना. शहर और आसपास के क्षेत्र में काटी जा रही अवैध कॉलोनियों हमेशा ही रहवासी परेशानियों से जूझते हैं, लेकिन बारिश के मौसम में नरकीय जीवन जीना पड़ता है। नाली, सड़क, बिजली जैसी मूलभूत समस्याओं को लोग तरस रहे हैं और जिम्मेदार सिर्फ कागजों में कार्रवाई कर रहे हैं।
जमा पूंजी खर्च कर लोग प्लाट खरीदकर मकान बनाते हैं और प्लाट खरीदते समय वह अवैध कॉलोनाइजरों के चक्कर में पड़कर परेशान होते हैं। कॉलोनी में सबसे पहले सड़क और पानी निकासी के लिए नाली की जरूरत होती है, लेकिन इसकी कमी लगभग हर कॉलोनी में है। बारिश के मौसम में कई कॉलोनी जलमग्न हो जाती हैं और घरों के अंदर तक पानी पहुंच जाता है। इसकी शिकायत हर वर्ष लोगों द्वारा की जाती है, लेकिन कॉलोनाइजरों पर कार्रवाई न होने से वह कोई व्यवस्था नहीं कराते हैं। आगासौद रोड पर काटी गई श्रीराम कॉलोनी में लोग परेशान हैं। अधूरी सड़क बनाई गई और पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। हल्की बारिश होने पर ही पानी भर जाता है, जिससे लोगों को निकलने में भी परेशानी होती है। कॉलोनी में रहने वाले डॉ. धर्मेन्द्र दांगी ने बताया कि कॉलोनी में सड़क, नाली, बिजली की समस्या है। पानी निकास न होने से बारिश में यहां रहना मुश्किल हो जाता है। कई बार अधिकारियों से इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन समस्या हल नहीं हुई है। कुछ दिन पूर्व मंदिर की बाउंड्रीवॉल बनाई गई है, लेकिन यहां भी पानी की निकासी न होने से स्थिति और गंभीर होगी। चार दिन पहले लोगों की शिकायत पर तहसीलदार ने कॉलोनी का निरीक्षण भी किया था। यही हाल साईंधाम कॉलोनी के हैं, जहां पानी निकासी की व्यवस्था न होने से बारिश में जगह-जगह पानी भर जाता है। पक्की सड़कें भी कॉलोनी में नहीं बनाई गई हैं। यह स्थिति लगभग शहर की सभी अवैध कॉलोनियों की है। शहर के आसपास खेतों में काटी जा रहीं कॉलोनियों की स्थिति और बदतर है।

दिए जाते हैं सिर्फ नोटिस
अवैध कॉलोनाइजरों पर कार्रवाई के नाम पर अधिकारी सिर्फ नोटिस देते हैं, लेकिन इसके आगे कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। यदि सख्त कार्रवाई की जाए, तो लोगों को परेशानियों से निजात मिल सकती है।