सोशल मीडिया पर आ रहीं शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने वाली लिंक के माध्यम से साइबर फ्रॉड किया जा रहा है। इस तरह के फ्रॉड का पहला मामला जिले के गौरझामर थाना क्षेत्र से सामने आया है। बिजली कंपनी की सब स्टेशन के ऑपरेटर ने ऐसी ही एक लिंक पर क्लिक किया, जिसके बाद उसका आधार कार्ड व सिम ब्लॉक हो गई और आरोपी ने उसका मोबाइल फोन भी हैक कर लिया। युवक ने घटना के बाद गौरझामर थाना में लिखित शिकायत दी, लेकिन जब कोई कार्रवाई होते नहीं दिखी तो मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।
गौरझामर थाना क्षेत्र के पटना खुर्द गांव निवासी राजकुमार पुत्र प्रेमनारायण पांडे ने शिकायत में बताया कि 14 जून की शाम करीब 5 बजे सोशल मीडिया ग्रुप पर एक परिचित ने लिंक शेयर की, जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना में आवेदन कर लाभ दिलाना लिखा था। राजकुमार ने उक्त लिंक पर क्लिक किया तो उनसे आधार नंबर मांगा गया। इसके बाद जैसे ही आधार नंबर लिंक पर सब्मिट किया तो कुछ ही मिनट में सिम बंद हो गई और मोबाइल हैक हो गया। राजकुमार ने बताया कि इसके बाद जब उन्होंने फिंगर प्रिंट के माध्यम से बैंक खाते में बैलेंस चेक करना चाहा, तो पता चला कि उनकी फिंगर भी ब्लॉक कर दी गई हैं। अब न तो सिम चालू हो रही है और न ही आधार कार्ड अपडेट हो पा रहा है। हालांकि साइबर ठग ने उनके बैंक खाते से रुपए नहीं निकाले हैं।
पिछले कुछ दिनों में दूसरे किसी प्रदेश से लोगों के बैंक खाता होल्ड करने के मामले भी जिले में सामने आए हैं। खाते से लेनदेन बंद होने के बाद जब लोग जानकारी लेने अपनी बैंक पहुंचे तो पता चला कि कहीं बैंगलुरू तो कहीं कोलकाता से उनका खाता होल्ड किया गया है, जबकि लोगों का कहना है कि वह कभी बैंगलुरू या कोलकाता गए ही नहीं है।
साइबर क्राइम के जानकारों का कहना है कि ऐसे मामलों में सिम के दुरुपयोग का खतरा रहता है। यह आशंका है कि आरोपी ने शिकायतकर्ता की सिम ब्लॉक करके उसको ई-सिम में बदल लिया होगा, जिसका उपयोग वह साइबर फ्रॉड जैसी आपराधिक गतिविधियां में भी कर सकता है। ऐसे में अपराध कोई करेगा और जब पुलिस जांच-पड़ताल करेगी तो सिम का रजिस्ट्रेशन किसी और नाम से मिलेगा।
34 पुलिस थाने जिले में
600 शिकायतें 2023 में दर्ज
617 शिकायतें 2024 में दर्ज
02 डिजिटल अरेस्ट के मामले
250 के करीब पिछले 5 माह में शिकायतें
लोगों को हर बार यही सलाह दी जा रही है कि वह सोशल मीडिया पर आई अनजान लिंक पर क्लिक न करें। इसको लेकर राष्ट्रीय स्तर पर प्रचार-प्रसार हो रहा है, फिर भी लोग जागरूक नहीं हो रहे। साइबर ठगी से बचने खुद का जागरूक होना और सावधानी जरूरी है।
- उमेश यादव, प्रभारी, जिला साइबर सेल
Published on:
19 Jun 2025 05:17 pm