
sagar a district of Madhya pradesh gang rape issue
सागर. एक सप्ताह से मेडिकल कॉलेज में इलाजरत गैंगरेप पीडि़ता ने आखिरकार गुरुवार की सुबह दम तोड़ दिया है। 7 दिसंबर की रात नाबालिग से गैंगरेप के बाद आरोपियों ने केरोसिन उड़ेलकर आग के हवाले कर दिया था। बाद में उसे गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था। नाबालिग की मौत के बाद सुबह पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।
गैंगरेप पीडि़ता की मौत की खबर के बाद जिले का राजनीतिक माहौल भी गर्म हो गया है। सुबह से कांग्रेसी देवल गांव पहुंच गए है। जहां सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है। कांग्रेसी पीडि़ता के परिजनों को नकद सहायता दिलाने की मांग पर अड़े है। इसे लेकर अंतिम संस्कार रोकने की बात भी कही जा रही है। हालांकि, दोपहर साढ़े 12 बजे तक शव गांव नहीं पहुंच सका था। इधर हंगामे की संभावना को लेकर भारी संख्या पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी देवल पहुंच चुके है।
लपटों से घिरी चीखती चिल्लाती रही नाबालिग
प्रदेश में दुष्कर्मियों को फांसी देने का विधेयक पारित करने के बाद भानगढ़ थाना क्षेत्र के देवल गांव में गुरुवार रात स्कूली छात्रा से गैंगरेप कर उसे जलाने का मामला सामने आया है। आठवीं की छात्रा के साथ गांव के ही दो लोगों ने घर में घुसकर पहले दुष्कर्म किया, फिर केरोसिन डालकर आग लगा दी। लपटों में घिरी चीखती-चिल्लाती छात्रा घर से बाहर भागी। उसकी चीखें सुनकर लोगों ने पुलिस को बुलाया। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सागर में 90 प्रतिशत जल चुकी पीडि़ता की हालत गंभीर है। इस बीच पुलिस ने एक आरोपी राघवेंद्र सेन को गिरफ्तार कर लिया। दूसरा नाबालिग आरोपी फरार है। घटना की सूचना मिलते ही गुरुवार रात एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल गांव पहुंच गए। शुक्रवार सुबह कलेक्टर आलोक कुमार सिंह पीडि़ता को देखने बीएमसी पहुंचे। पुलिस ने दुष्कर्म व हत्या के प्रयास का केस दर्ज कर लिया है। भानगढ़ के देवल गांव में गुरुवार रात ८वीं की १५ वर्षीय छात्रा से गैंगरेप और उसे जलाकर मारने की कोशिश के बाद शुक्रवार को सन्नाटा पसरा रहा। हैवानियत भरी वारदात को अंजाम देने वाले युवक को पुलिस ने रात में ही दबोच लिया था। नाबालिग आरोपी की तलाश में यहां-वहां भटकती रही। वारदात ने असामाजिक तत्वों, बदमाशों में पुलिस के भय और महिला सुरक्षा पर भी पुलिस के दावों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस इस मामले में दुष्कर्म व हत्या के प्रयास का अपराध दर्ज कर पूरे की सूक्ष्य जांच कर रही है।
घर का भेद जानने का उठाया फायदा
आरोपी किशोर की गुमटी छात्रा के घर के सामने है। गुमटी पर ही वारदात के दूसरे आरोपी राघवेन्द्र सेन का आना-जाना था। इससे किशोर को छात्रा के परिवार में होने वाली हर गतिविधि की खबर होती थी। किशोर छात्रा के अलावा दादा, चाचा-चाची और उसकी मां के बारे में भी जानता था। उसे यह भी पता था कि छात्रा के दादा सुन नहीं सकते। रात में उन्हें दिखना बंद हो जाता है।
यह बात भी जानकारी में आई है कि गुरुवार सुबह चर्चा में बच्ची के परिजन पड़ोसी होने के नाते किशोर से कह गए थे कि बाहर जा रहे हैं। थोड़ा घर पर नजर रखना। क्योंकि दादा और बच्ची ही हैं। पर उन्हें क्या मालूम था कि वे भयंकर गलती कर रहे हैं। इसके बाद जैसे ही किशोर को छात्रा की मां, चाचा-चाची के भोपाल जाने की खबर लगी तो उसने राघवेन्द्र सेन को यह बात बता दी और दोनों रात में छात्रा के घर में घुस गए।
वृद्ध को नहीं मिली आहट, चीख-पुकार मची तो गांव वालों को पता चला
आरोपी राघवेन्द्र और नाबालिग किशोर रात करीब 8.30 बजे दरवाजे की कुंडी खोलकर अंदर घुसे थे। वृद्ध को इसकी आहट नहीं मिली और दोनों ने बल्ब निकालकर अंधेरा कर दिया। कमरे में छात्रा को दबोचकर उसके साथ जोर-जबरदस्ती की। जब उसने यह बात सबको बताने की धमकी दी तो आरोपियों ने घर में रखा केरोसिन उसके ऊपर उड़ेलकर आग लगा दी और भाग निकले। लपटों में घिरी छात्रा जब चीख-पुकार मचाते हुए बाहर आई तब आस-पड़ोस में रहने वालों ने आग बुझाई। डायल100 बुलाकर उसे बीना पहुंचाया। रात में ही सूचना छात्रा के परिजन को दी गई, जिसके बाद वे सीधे बीना अस्पताल पहुंचे।
ललितपुर से दबोचा गया गैंगरेप का दूसरा नाबालिग आरोपी बोला- मैंने नहीं, राघवेन्द्र ने जलाया था पीडि़ता को, राघवेंद्र ने नाबालिग पर लगाया यही आरोप
भानगढ़ थानांतर्गत देवल गांव में नाबालिग से गैंगरेप के बाद उसे जलाने वाले दूसरे आरोपी को पुलिस ने यूपी के ललितपुर में रिश्तेदार के घर से शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। उसने एक दिन पहले पकड़े गए आरोपी द्वारा छात्रा को जलाने की बात कही है। इसकी उम्र करीब १५ साल बताई जा रही है। पुलिस उम्र सम्बंधी दस्तावेज जुटाने में जुटी है। उधर, आरोपी रब्बू उर्फ राघवेन्द्र सेन को पुलिस ने न्यायिक हिरासित में जेल भेज दिया है। राघवेंद्र ने नाबालिग आरोपी पर छात्रा को जलाने का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि देवल गांव में गुरुवार की रात लगभग १५ वर्षीय नाबालिग से गैंगरेप कर आग के हवाले करने का मामला सामने आया था। पुलिस ने शुक्रवार को गांव के राघवेंद्र सेन को मुहांसा रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया था। दूसरा आरोपी फरार था। शनिवार को पुलिस उसे ललितपुर से गिरफ्तार कर लाई। आरोपी वारदात को अंजाम देकर रिश्तेदार के घर छिप गया था। पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने पीडि़ता को नहीं जलाया। रविवार को उसे किशोर न्यायालय सागर में पेश किया जाएगा।
गुरुवार रात नाबालिग घर में अकेली थी। इसका लाभ उठाते हुए राघवेन्द्र सेन और नाबालिग आरोपी पानी लेने के बहाने उसके घर में घुस गए। इसके बाद दोनों ने गैंगरेप किया। विरोध करने पर केरोसिन उड़ेलकर आग लगा दी थी। किसी तरह घर से बाहर निकलकर पड़ोसियों से मदद की गुहार लगाई तब आसपास के लोगों ने पानी डालकर आग बुझाई। इसके बाद उसे डायल १०० की मदद से बीना अस्पताल पहुंचाया। जहां से सागर रेफर कर दिया गया।
राजनीति गर्माई, कांग्रेस ने मांगा इस्तीफा
वारदात के बाद जब नाबालिग अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही थी। इस दौरान जिले भर में राजनीति गर्मा चुकी थी। कांग्रेस ने बालिका और महिला सुरक्षा को लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया था, जबकि गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह से लेकर भाजपाई रोजाना मेडिकल कॉलेज पहुंचकर नाबालिग के परिजनों को ढांढस बांधते नजर आए। इसी बीच महिला कांग्रेस अध्यक्ष मांडवी चौहान ने भी सागर पहुंचकर पीडि़ता के हाल जाने थे। साथ ही सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। पूरे सप्ताह मामले को लेकर राजनीति चलती रही, लेकिन किसी ने एक बार पीडि़ता की लगातार बिगड़ रही हालत पर ध्यान नहीं दिया। गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने शनिवार को गैंग रेप पीडि़ता को दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता के आदेश दिए। वे शनिवार को बीएमसी पहुंचे। परिजन से चर्चा की और हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
Updated on:
14 Dec 2017 02:21 pm
Published on:
14 Dec 2017 01:17 pm
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