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आगासौद-बीना के बीच फ्लाइओवर ब्रिज पर गार्डर लांचिंग का काम पूरा

दिल्ली-मुंबई लाइन पर मेगा ब्लॉक लेकर किया गया काम

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Guard launching work completed on flyover bridge between Agsaud-Bina

Guard launching work completed on flyover bridge between Agsaud-Bina

बीना. पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल मंडल के आगासौद-बीना के बीच फ्लाइओवर ब्रिज पर गार्डर लांचिंग का कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके लिए सोमवार को दिल्ली-मुंबई लाइन पर छह घंटे का मेगा ब्लॉक लिया गया था। आगासौद-बीना के बीच फ्लाइओवर पर गार्डर लांचिंग का काम सोमवार को पूरा किया गया। इसके अलावा बीना-कंजिया रेल लाइन दोहरीकरण कार्य के साथ-साथ इस लाइन में शामिल महादेवखेड़ी-मालखेड़ी लाइन पर भी कार्य तेजी से किया जा रहा है, जो कि मटेरियल मॉडिफिकेशन के रूप में इसी परियोजना का हिस्सा है। जिसके अंतर्गत 5.6 किलोमीटर की लाइन का दोहरीकरण किया जा रहा है। इस खंड में 5.0 किलोमीटर ट्रैक लिंकिंग का कार्य पूर्ण हो गया है। जिसमें छोटे पुल, आरयूबी, लेवल क्रॉसिंग का निर्माण कार्य भी पूरा कर लिया गया है। इसी लाइन में एक आरओआर जो कि 45.7 मीटर का ओपन वेब गर्डर है, जिसमें आरडीएसओ की स्वीकृति से बनवाया गया है। जिसकी लांचिंग सोमवार को कर दी गई। कार्य कठिन होने के कारण छह घंटे का मेगा ब्लॉक लिया गया था।
ब्लॉक के दौरान यह ट्रेनें चलाई गई पतिवर्तित मार्ग से
ब्लॉक अवधि में बीना स्टेशन से गुजरने वाली नई दिल्ली-रानी कमलापति शताब्दी एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग वाया आगासौद-मालखेड़ी-बीना होकर, वाराणसी जंक्शन-अहमदाबाद साबरमती एक्सप्रेस वाया आगासौद-महादेवखेड़ी-गुना होकर गई। एर्नाकुलम-हजरत निजामुद्दीन मिलेनियम एक्सप्रेस, समता एक्सप्रेस, मदुरै-हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस भी बीना-महादेवखेड़ी-आगासौद होकर गई। वहीं हजरत निजामुद्दीन-मैसूर एक्सप्रेस, गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस झांसी मंडल में रेगुलेट कर चलाई गई। पुणे-जम्मूतवी झेलम एक्सप्रेस, पंजाब मेल भोपाल मंडल में रेगुलेट कर चलाई गई।
सिंगल लाइन से होती थी दिक्कत
महादेवखेड़ी-मालखेड़ी महत्वपूर्ण लिंक है, इस लाइन पर कटनी की तरफ से कोयले की रेक (मालगाड़ी) का परिवहन बीना, सेमरखेड़ी, जेपी पावर प्लांट, कोटा व अन्य पॉवर स्टेशनों पर किया जाता है। अभी तक इस खंड के सिंगल लाइन होने की वजह से विद्युत उत्पादन इकाइयों में कोयले की आपूर्ति में बाधाएं आ रही थीं। अब इस खंड के दोहरीकरण का कार्य शीघ्र पूर्व हो जाने पर इन समस्याओं से निजात मिल सकेगी एवं रेल परिचालन में भी सुगमता आएगी।
सौरभ बंदोपाध्याय, डीआरएम, भोपाल