
happy diwali 2017
सागर. इस साल 27 साल बाद दिवाली पर गुरु और चित्रा नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है। इस संयोग में मां लक्ष्मी की पूजा करना विशेष फलदायी माना जाता है। नक्षत्र मेखला की गणना के अनुसार ऐसा संयोग अब 4 साल बाद 2021 में भी बनेगा। पंडित शिवप्रसाद तिवारी के अनुसार 19 अक्टूबर को सुबह 7.25 बजे तक हस्त्र नक्षत्र रहेगा। इसके बाद चित्रा नक्षत्र लगने के साथ गुरु-चित्र? योग ग शुरू हो जाएगा, जो 24 घंटे रहेगा। गौरतलब है कि 1990 में गुरुवार के दिन चित्रा नक्षत्र में जब दिवाली आई थी तब भी यह संयोग बना था। अधिकांश लोग दिवाली पर शाम के वक्त प्रदोषकाल में महालक्ष्मी की पूजा-आराधना करते हैं। उनके लिए इस साल दिवाली पर शाम 5.54 बजे से रात 8.26 बजे तक 2.20 घंटे का प्रदोषकाल रहेगा।
तुला राशि में होंगे ग्रह
पं. सुशील पाठक ने बताया कि इस बार दिवाली पर लक्ष्मी जी की विशेष पूजा के लिए 12 साल बाद चतुग्र्रही योग का संयोग भी बन रहा है, जो रात 8 बजे के बाद शुरू होगा। इसमें सूर्य,चंद्र, बुध और गुरु चारों ग्रह तुला राशि में होंगे। ज्योतिष के अधिकांश शुभ ग्रह एक ही स्थान पर एकत्र होने से सबका कल्याण होने के संकेत है।
खरीदी के लिए शुभ
पं. अमित कटारे ने बताया कि इस साल की दिवाली इसलिए भी खास होगी, क्योंकि इस बार 7 चौघडिय़ा, एक अभिजीत मुहूर्त और दो लग्न मिलाकर दिन से रात तक खरीदी के लिए शुभ हैं, इसके साथ ही लक्ष्मी, गणेश व कुबेर की पूजा के लिए भी यह संयोग शुभ रहेगा।
गुरु चित्रा योग में पूजा क्यों है खास
पंडित रामचरण शास्त्री के अनुसार दिवाली गुरुवार को पड़ रही है और चित्रा नक्षत्र इन तीनों के एक साथ होने का योग कम बनता है। ज्योतिष में गुरु को सोना, भूमि, कृषि का कारक ग्रह माना जाता है। चित्रा नक्षत्र चांदी, वस्त्र, वाहन और इलेक्ट्रॉनिक चीजों के लिए खास व शुक्र की राशि वाला यह नक्षत्र समृद्धि का कारक है।
Published on:
16 Oct 2017 01:34 pm
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