
इस सब्जी को खाने से आपसे दूर रहेगी ये गंभीर बीमारियां,मानी जाती है सबसे ताकतवर
सागर. प्री-मॉनसून दस्तक दे चुका है। अब मॉनसून की तैयारी है। मॉनसून के साथ-साथ लोगों को अपनी पसंदीदा सब्जी का भी इंतजार है। बुंदेलखंड के बाजारों में इस सब्जी को लोग बेजा पसंद करते है। आखिर करें भी क्यों न दुनिया की सबसे ताकतवर सब्जी जो मानी जाती है कंटोला। इतना ही नहीं कंटोला खाने से कई गंभीर बीमारियां भी दूर ही रहती है। बुंदेलखंड में इसे परोरा, ककोड़ा के नाम से भी जाना जाता है। बारिश में मौसम में यह ताकतवर सब्जी बाजार में अधिक दिखाई देती है, जबकि साल भर इसे स्टोरेज के माध्यम से बाजार में बेचा जाता है।
कंटोला के फायदे भी काफी रोचक है। कहते तो यह है कि इसके उपयोग से सबसे तेजी से बॉडी की स्ट्रेन्थ डेव्ल्प होती है। खून बढ़ाने की मशीन के नाम से भी इसे जाना जाता है। यही सब वजह है कि मार्केट में इसकी आमद से ज्यादा मांग है। कंटोला के कुछ नुकसान भी बताए गए है। आज की खबर में आप पढ़ेंगे कंटोला को खाने के फायदे और नुकसान।
कंटोला एक सब्जी है, जो आमतौर पर मानसून के मौसम में भारतीय बाजारों में देखी जाती है। इसमें कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं और यही वजह है कि भारतीय उपमहाद्वीप के अलावा, अब इसकी खेती दुनिया भर में शुरू हो गई है। इसे टीसलेल, काकरोल, कांक्रो, ककोड़ा, पपोरा आदि नाम से भी जाना जाता है। इसकी मुख्य रूप से भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में खेती की जाती है। इसकी बेल का जीवन काल 3 से 4 महीने का होता है। कंटोला का वनस्पति नाम है मोमोर्डिका चरंशिया जो कुकरबिटेसी प्रजाति का एक पौधा है। अंग्रेजी में इसे स्पाइनी गॉर्ड या टीज़ल गॉर्ड कहा जाता है। कंटोला देखने में करेले के समान होता है और लेकिन यह साइज में करेले से छोटा होता है। इसकी बेल धीरे धीरे बढ़ती है।
कंटोला इसीलिए माना जाता है सबसे ताकतवर
दुनिया में एक ऐसी सब्जी है जो आयुर्वेद की सबसे ताकतवर औषधि के रूप में जानी जाती है। इस सब्जी का नाम कंटोला है इसमें इतनी ताकत होती है कि कुछ दिन के सेवन से ही शरीर फौलादी बन जाता है। यह सब्जी स्वादिष्ट होने के साथ ही इसमें मीट से 50 गुना ज्यादा ताकत और प्रोटीन से युक्त भी है। कंटोला में मौजूद फाइटोकेमिकल्स तथा एंटीऑक्सीडेंट शरीर को अंदर से साफ एवम् स्वस्थ रखने में काफी सहायक है। सागर में इसका रेट फिलहाल 200 रुपए किलो तक है। हालांकि, मॉनसून में यह 100 रुपए किलो तक मिलने लगता है। बुंदेलखंड में सबसे ज्यादा लोग इसे पसंद करते है। कारण, सिर्फ कंटोला या पपोरा की ताकत है।
कंटोला के फायदे और नुकसान -
डॉ. लक्ष्मी दुत्ता शुक्ल के अनुसार कंटोला के फायदे और नुकसान भी काफी रोचक है। कंटोला पचाने में हल्का होता है इसे विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए दवा के रूप में उपयोग किया जाता है। इसमें विभिन्न रासायनिक यौगिक होते हैं जो मानव शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। कंटोला कैलोरी में कम होता है क्योंकि प्रति 100 ग्राम में केवल 17 कैलोरी होती है। ये फाइबर, खनिज, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट जैसे विभिन्न पोषक तत्वों से भरा हुआ है। तो आइये जानते हैं इसके लाभों के बारे में
प्रेगनेंसी में उपयोगी कंटोला के फायदे
गर्भावस्था के दौरान, कई महत्वपूर्ण स्थितियां पैदा हो सकती हैं। उनमें से एक समस्या है न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट्स। कंटोला की ताजा हरी फली फोलेट (विटामिन बीसी) का अच्छा स्रोत है, जो कोशिकाओं के विकास और प्रजनन के लिए आवश्यक होता है। यदि गर्भवती महिलाएं, गर्भावस्था के दौरान अपने भोजन में कंटोला को शामिल करती है तो यह न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट्स होने की सम्भावना कम हो जाती है।
ककोरा के गुण करें कैंसर का उपचार -
कैंसर के कारणों में से एक हैं हमारे शरीर में अत्यधिक विषाक्त मुक्त कणों की मौजूदगी होना। कद्दू की ताज़ी हरी फली विटामिन सी का स्रोत होती है, जो स्वयं में एक बहुत ही अच्छी प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट होती है। कैंसर की संभावना को कम करने के लिए विटामिन सी हमारे शरीर से अधिक विषैले मुक्त कणों को बेअसर करता है।
ककोरा के फायदे त्वचा के लिए -
कंटोला में बीटा-कैरोटीन, अल्फा-कैरोटीन, ल्यूटेन और ज़ेक्सैंथिन्स जैसे फ्लेवोनोइड्स पाए जाते हैं। ये सभी यौगिक आपकी बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। यह आपकी त्वचा को स्वस्थ रखने में आपकी सहायता करता है। इसमें विटामिन ए भी पाया जाता है, जो कि अच्छी दृष्टि (नजर) के लिए बहुत ही आवश्यक होता है। आप अपनी दृष्टि में सुधार करने के लिए इसे अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं।
कंटोला के नुकसान भी आए सामने
कंटोला आपके पाचन तंत्र को खऱाब कर सकता है, खासकर यदि आप बहुत अधिक मात्रा में कंटोला रस का सेवन करते हैं। इसकी आपको पेट दर्द या दस्त का अनुभव हो सकता है। अगर दस्त या पेट दर्द दो से तीन दिनों तक लगातार रहता है तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें। इसका प्रभाव रक्त शर्करा के स्तर को कम कर देता है। जो अनियंत्रित मधुमेह वाले लोगों के लिए संभावित रूप से फायदेमंद हो सकता है, लेकिन जो लोग निम्न रक्त शर्करा के स्तर की समस्या से ग्रस्त हैं, उनके लिए इसका सेवन अच्छा नहीं हैं। क्योंकि इसके सेवन से ब्लड शुगर का लेवल हो सकता है। प्रेगनेंसी या स्तनपान के दौरान इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।
Published on:
14 Jun 2019 03:04 pm
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